⛅ तिथि - चतुर्दशी रात्रि 08:29 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
⛅ नक्षत्र - स्वाती सुबह 07:06 तक तत्पश्चात विशाखा
⛅ योग - वरीयान् सुबह 07:13 तक तत्पश्चात परिघ
⛅ राहुकाल - शाम 03:55 से शाम 05:34 तक
⛅ सूर्योदय - 05:58
⛅ सूर्यास्त - 19:12
⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में
⛅ *व्रत पर्व विवरण - आज मंगलवार, वैशाख शुक्ल चतुर्दशी तिथि है आज विशाखा नक्षत्र, "आनन्द" नाम संवत् 2078 है
👆 ( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
👉 आज नृसिंह अवतरण दिवस है।
👉 आज व्रत की पूर्णिमा है।
👉 आज अमृत पान कराते समय हुए देवासुर संग्राम में मोहनी रूप त्यागकर भगवान विष्णु ने दैत्यों का संहार किया था।
👉 सूर्योदय से पूर्व स्नान करना, गीता का पाठ या विष्णु सहस्रनाम या श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए।
👉 आज भगवान नृसिंह मुल्तान क्षेत्र में प्रकट हुए थे।
👉 आज के दिन एक कल्प तक के लिए भक्त प्रह्लाद को अमर रहने का वरदान मिला था।
👉 कृष्णागरु का बना हुआ धूप जलाना चाहिए।
👉 वेद का जो भाग प्रतिदिन विशेषत: अध्ययनीय है, उसे संहिता कहते हैं।
👉 चार वेदों की अलग-अलग एक - एक संहिता है।
👉 वेदों में 1131 शाखाएं हैं।
👉 इनमें से मात्र 12 शाखाओं के ग्रंथ उपलब्ध हैं।
👉 इनमें भी 6 शाखाओं के ग्रंथों का ही उपयोग हो रहा है।
👉 वेद मंत्र किसी एक ही अर्थ में सीमित नहीं है।
💥 विशेष - चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 🌷 वैशाख पूर्णिमा 🌷
हिन्दू धर्म में वैशाख महिने की पूर्णिमा तिथि भी भगवान विष्णु व शक्ति स्वरूपा देवी लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत शुभ बताई गई है। माता लक्ष्मी को सुख-समृद्धि, धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माना गया है।
🙏🏻 वैशाख पूर्णिमा यानी 26 मई, बुधवार को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए नीचे बताएँ उपाय करना भी शुभ व सुख-ऐश्वर्य देने वाला माना गया है-
🙏🏻 - सुबह के साथ ही खासकर शाम के वक्त भी स्नान कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा की सामान्य पूजा कर इस मंत्र का जप आर्थिक परेशानियों को दूर करने वाला होगा।
🌹 - माता लक्ष्मी को लाल चन्दन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल, मौसमी फल, मिठाई अर्पित करें।
🍚 - माता को दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। बाद में देवी लक्ष्मी को इस वैदिक मंत्र स्तुति के उपाय का यथाशक्ति जप करें-
🌷 ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
🔥 - पूजा और मंत्र जप के बाद घी के दीप से माता लक्ष्मी की आरती करें।
🔥 - आरती के बाद धन प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूजा-आरती में हुई त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना करें।
🌷 वैशाखी पूनम 🌷
🙏🏻 वैशाख मास की पूर्णिमा की कितनी महिमा है !! इस पूर्णिमा को जो गंगा में स्नान करता है , भगवत गीता और विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करता है उसको जो पुण्य होता है उसका वर्णन इस भूलोक और स्वर्गलोक में कोई नहीं कर सकता उतना पुण्य होता है | ये बात स्कन्द पुराण में लिखी हुई है | अगर विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ न कर सके तो गुरु मंत्र की १० माला जादा कर ले अपने नियम से |
🌷 खग्रास एवं खंडग्रास चन्द्रग्रहण (26 मई 2021)
➡️ यह चन्द्रग्रहण भारत के पूर्व भाग के कुछ क्षेत्रों में खंडग्रास दिखेगा । जहाँ दिखेगा वहाँ के चन्द्रोदय से ग्रहण-मोक्ष (भारत में शाम 6:23) तक का समय पुण्यकाल है । इसके अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका का अधिकांश भाग, दक्षिण अमेरिका तथा प्रशांत, अटलांटिका एवं हिन्द महासागर में दिखेगा । जहाँ दिखेगा वहाँ नियम पालनीय हैं ।
🌍भारत के पूर्व भाग के कुछ प्रमुख स्थानों के चन्द्रोदय के समय