⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी सुबह तक 06:22 तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅ योग - ध्रुव सुबह 11:43 तक तत्पश्चात व्याघात
⛅ राहुकाल - सुबह 09:25 से सुबह 11:01 तक
⛅ सूर्योदय - 06:13
⛅ सूर्यास्त - 18:59
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण - वामन-मदन द्वादशी, विष्णुदमनोत्सव, शनिप्रदोष व्रत
💥 विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
अंनग त्रयोदशी
25 अप्रैल 2021 रविवार को अंनग त्रयोदशी के दिन व्रत करने से दाम्पत्य - प्रेम में वृद्धि होती है तथा पति - पुत्रादि का अखंड सुख प्राप्त होता है।
हनुमानजी प्रणाम मंत्र
➡ 27 अप्रैल 2021 मंगलवार को हनुमान जयंती है ।
🙏🏻 मैं जब भी कभी हनुमानजी की मूर्ति के सामने खड़ा होता हूँ तो यही बोलता हूं -
🌷 सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम ।
🙏🏻 हे हनुमानजी, आपने रामनाम का ऐसा तो सुमिरन किया कि रामजी को ही आपने अपने वश में कर लिया ।
🌳 आप भी कभी जाओ तो ये बोलना क्योंकि हनुमानजी को जप बहुत अच्छा लगता है । हनुमानजी के आगे कोई
🙏🏻 सिंदूर और चोला न चढ़ाये, नारियल न रखें तो हनुमानजी नाराज नहीं होंगे पर ये बोल दे कि हनुमानजी आपको भगवान का नाम कितना प्यारा लगता है ।
🌷 सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम । हनुमानजी राजी होंगे ।
हनुमान जयंती - दीप दान महिमा
गेहूँ, तिल, उड़द, मूंग और चावल.. इन पाँचों के आटे से मिलाकर दिया बनाया जाये और वो जलाकर हनुमानजी के नाम से मंदिर में, पीपल या बड के पेड़ या घर में ही रखा जाये तो बड़ा शुभ माना जाता है |
इससे मनोरथो की सिद्धि होती है।
भक्ति बढ़ाने की भावना से हनुमानजी की राम भक्ति सच्ची है तो मेरी भी मेरे अराध्य के चरणों में, मेरे सद्गुरु के चरणों में मेरी भक्ति सच्ची हो, दृढ हो | मेरा जीवन उपासनामय हो | मैं इच्छानिवृति का रास्ता कभी न छोडू, मैं गुरु की उपासना का रास्ता कभी न छोडू | मेरी भक्ति में दृढ़ता है इसलिए हनुमानजी की जयंती को हनुमान के नाम से पाँच अन्न का आटा मिलाकर अगर दीपक बनाया जाये और हनुमानजी के नाम से जलाया जाय तो बड़ा शुभ माना जाता है | सरसों का तेल के और घी का भी दिया कर सकते हैं |