⛅ दिन - शनिवार ⛅ विक्रम संवत - 2077 ⛅ शक संवत - 1942 ⛅ सूर्योदय - 06:44 ⛅ सूर्यास्त - 18:48 ⛅ अयन - उत्तरायण ⛅ ऋतु - वसंत ⛅ मास - फाल्गुन ⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - सप्तमी पूर्ण रात्रि तक ⛅ नक्षत्र - रोहिणी शाम 04:46 तक तत्पश्चात मॄगशिरा ⛅ योग - प्रीति सुबह 11:58 तक तत्पश्चात आयुष्मान् ⛅ राहुकाल - सुबह 09:44 से सुबह 11:15 तक
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में ⛅ व्रत पर्व विवरण - सप्तमी वृद्धि तिथि
विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है था शरीर का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
21 मार्च 2021 रविवार को सुबह 06:45 से सुबह 07:11 तक रविवारी सप्तमी है।
रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-
नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।
मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि
सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।
इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है।
(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याया (10)
रविवार सप्तमी - रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता | रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे | इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये |
🌞 सूर्य भगवान पूजन विधि 🌞
🙏🏻 १) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें |
🙏🏻 २) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |