चेक रिपब्लिक की चार्ल्स यूनिवर्सिटी में गुरुवार रात फायरिंग हुई। प्राग्वे पुलिस के मुताबिक 15 स्टूडेंट्स मारे गए हैं। 30 घायल हैं और इनमें से 13 की हालत गंभीर है। हमलावर के भी मारे जाने की खबर है।
इमरजेंसी सर्विसेस की तरफ से एक बयान में घटना की पुष्टि की गई है। सोशल मीडिया पर वायरल कुछ फुटेज में स्टूडेंट्स को फायरिंग से बचकर भागते देखा जा सकता है।
हमलावर की पहचान उजागर नहीं
CNN ने यूनिवर्सिटी के हवाले से बताया है कि पुलिस ने हमलावर को सरेंडर के लिए कहा था। इसके जवाब में उसने पुलिस पर भी फायरिंग की। उसे कुछ गोलियां लगीं। हॉस्पिटल ले जाते वक्त उसने दम तोड़ दिया।
कॉलेज का आखिरी दिन था
पुलिस के मुताबिक गुरुवार को कॉलेज का आखिरी दिन था और स्टूडेंट्स इसके बाद क्रिसमस की छुट्टियों पर जाने वाले थे। फिलहाल, बिल्डिंग को पुलिस ने घेर रखा है। माना जा रहा है कि फायरिंग करने वाला अकेला नहीं था। उसके साथ कुछ और लोग भी हो सकते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक घटना की वजह स्टूडेंट्स की आपसी दुश्मनी थी। यूरोपीय यूनियन की प्रेसिडेंट उर्सला वॉन डेर लिन ने इस पर शोक जाहिर किया है। दिसंबर 2019 में भी यहां फायरिंग हुई थी। तब 42 साल के शख्स ने 6 लोगों की हत्या कर दी थी। यह एक हॉस्पिटल के वेटिंग रूम की घटना थी। 2015 में एक रेस्टोरेंट में फायरिंग में 8 लोग मारे गए थे।
कुछ स्टूडेंट्स ने फायरिंग के दौरान खुद को क्लासरूम्स में बंद कर लिया था। पुलिस के मुताबिक कुछ छात्र बिल्डिंग की गैलरीज में छिप गए थे। इनमें से कुछ जल्दबाजी में गिरे और एक छात्र की मौत इसी वजह से हुई।
घटना चार्ल्स यूनिवर्सिटी के फिलॉसफी कैम्पस में हुई। यहां अकसर टूरिस्ट भी आते हैं।