चीन के नॉर्थ वेस्ट में गांसू और किंघाई प्रांतों में सोमवार (18 दिसंबर) की रात भूकंप आया। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (CENC) के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.2 थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप के झटके पाकिस्तान तक महसूस किए गए।
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक दोनों प्रांतों में करीब 116 लोगों की मौत हुई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। गांसू में 105 और पड़ोसी प्रांत किंघाई में 11 लोग मारे गए हैं।
भूकंप का केंद्र किंघाई की सीमा से लगभग 5 किलोमीटर दूर गांसू के जिशिशान काउंटी में जमीन से 10 किमी नीचे था। हालांकि, अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 5.9 बताई है।
भूकंप से बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर को हुआ नुकसान
चीन के CCTV न्यूज के मुताबिक भूकंप के कारण पानी और बिजली लाइनों को बड़ा नुकसान हुआ है। साथ ही ट्रैफिक और संचार भी टूट गया है। उधर, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रेस्क्यू टीमों से अपील की है कि भूकंप से हताहत लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कोशिश की जाए।
भूकंप के बाद, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कुल 1,440 फायर फाइटर्स को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। इसके अलावा, गांसू और आसपास के प्रांतों से 1,603 फायर फाइटर्स को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
चीन में अक्सर आते रहते हैं भूकंप
चीन में भूकंप आते रहते हैं। अगस्त में 2023 में पूर्वी चीन में 5.4 तीव्रता का हल्का भूकंप आया, जिसमें 23 लोग घायल हो गए और दर्जनों इमारतें ढह गईं थीं। सितंबर 2022 में भी सिचुआन प्रांत में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें लगभग 100 लोग मारे गए थे।
2008 में 7.9 तीव्रता के भूकंप में 87 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। इनमें 5335 स्कूली बच्चे शामिल थे।
जानें भूकंप कैसे आता है?
हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं।
ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। इससे जमीन में फॉल्ट लाइन्स बनती हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अंदाजा
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।