मास - पौष (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - मार्गशीर्ष)
तिथि - नवमी रात्रि 11:57 तक तत्पश्चात दशमी
नक्षत्र - चित्रा शाम 03:46 तक तत्पश्चात स्वाती
योग - सुकर्मा रात्रि 09:16 तक तत्पश्चात धृति
राहुकाल - दोपहर 02:07 से शाम 03:29 तक
सूर्योदय - 07:18 सूर्यास्त - 18:10
दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
आज का राशिफल
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी आपके लिए शुभफलदायी बना रहेगा। दिन के आरंभ में अवश्य कार्यो में विलंब होगा लेकिन मध्यान पश्चात प्रत्येक कार्य व्यवस्थित रूप से चलते रहेंगे। धन लाभ के लिए आज किसी की खुशामद भी करनी पड़ सकती है फिर भी परिणाम आशाजनक नही रहेंगे। संध्या के समय अवश्य आकस्मिक लाभ होने से पूरे दिन की कमी पूरी हो जाएगी। आज किसी को ना चाहते हुए भी उधार देना पड़ेगा जिसकी वापसी मुश्किल रहेगी। सरकारी कार्य की गति धीमी रहेगी। परिवार की महिलाये भी कुछ ना कुछ उधेड़-बुन में लगी रहेंगी मेहनत भी करेंगी।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन बीते दिनों की अपेक्षा सुख शांति दायक रहेगा। आज आप नए कार्य करने के लिये प्रेरित होंगे महिलाये एवं बुजुर्ग आपके प्रेरणा स्त्रोत्र बनेंगे। नौकरी वालो से आज कार्यो को शीघ्रता से निपटाने के चक्कर में गलती हो सकती है। व्यवसायी वर्ग मध्यान तक थोड़ी दुविधा में रहेंगे लेकिन इसके बाद किसी का सहयोग मिलने से कार्यो को आगे बढ़ा पाएंगे। व्यवसाय में आज जोखिम ना लें निवेश देखभाल कर ही करें हानि हो सकती है। महिलाये धार्मिक भावनाओं से परिपूर्ण रहेंगी धार्मिक स्थान की यात्रा करेंगे। घर मे शांति स्थापित होगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप अपनी बौद्धिक क्षमता का उचित उपयोग करेंगे। उच्च निर्णय क्षमता से जहां संभावना नही होगी वहां से भी लाभ उठा सकेंगे। स्वार्थ सिद्धि की भावना भी आज कुछ ज्यादा ही रहेगी इससे आप अपना काम निकालने में तो सफल होंगे लेकिन व्यवहारिक सम्बन्धो में कमी आएगी। आज धन लाभ के लिए युक्तियों का सहारा लेकर ही सफलता मिलेगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर लोग आपकी प्रशंसा तो करेंगे लेकिन सहायता करने से कतराएंगे। गृहस्थी के कार्यो में कंजूसी अथवा टालमटोल करने पर बहस हो सकती है। महिलाये आज कुछ ना कुछ कमी का अनुभव करेंगी फिर भी सीमित साधनों से प्रसन्न रहने में सफल होंगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आप को प्रत्येक कार्य मे सहयोग की कमी नही रहेगी लेकिन फिर भी गलत मार्गदर्शन के कारण कार्य हानि अथवा विलम्ब हो सकता है। नौकरी पेशा एवं व्यवसायी दोनो ही अपनी तरफ से बेहतर करने का प्रयास करेंगे परन्तु लाभ पाने के लिए आज केवल अपने दिमाग से कार्य करें I निश्चित सफल होंगे। आर्थिक लाभ देर-अबेर अवश्य होगा। आज आप सुख-सुविधा एवं मनोरंजन के लिए भी अनावश्यक खर्च करेंगे। महिलाये भी आज अपने कार्य से संतुष्ट रहेंगी बीच मे किसी के टोकने से गुस्सा भी होंगी फिर भी परिवार के लिए हर प्रकार से सहयोगी ही रहेंगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा। आज दिनचार्य की शुरुआत सुस्त रहेगी लेकिन धीरे-धीरे कार्यो में गति आने लगेगी। दूर स्थानों से संबंधित व्यवसायों से लाभ के साथ ही नए अनुबंद भी मिलेंगे। इसके विपरीत स्थानीय व्यवसाय आज मंदा ही रहेगा। व्यवसाय को प्रसिद्धि मिलने से भाग्योन्नति के मार्ग खुलेंगे। अतिमहत्त्वपूर्ण कार्यो को आज किसी भी हाल में ले देकर पूर्ण करलें इसके बाद बाधाएं आने लगेगी। पारिवारिक स्थिति भी शांत बानी रहेगी स्त्रीवर्ग शांति से अपने कार्य समय पर पूर्ण कर लेंगी लेकिन किसी की चुगली करने से बचें मान हानि हो सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आप अपनी निर्धारित योजनाओ के सही दिशा में जाने से संतुष्ट रहेंगे। लेकिन नौकरी पेशा लोगो के लिये किसी कारण से दुविधा की स्थिति बनेगी। जिससे निकलने में काफी समय खराब होगा फिर भी परिणाम सुखदायक ही रहेंगे। व्यापारी वर्ग के लिये मध्यान तक का समय खाली जाएगा इसके बाद व्यवसाय में उछाल आने से दिन भर की कसर थोड़े समय मे ही पूरी कर लेंगे। परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होगी। सुख सुविधा के ऊपर खर्च करेंगे। महिलाये मन इच्छित कार्य होने से प्रसन्न रहेंगी। संतानो की प्रगति को लेकर भी निचिंत रहेंगे। संध्या के समय आकस्मिक लाभ होगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आपके अंदर चंचलता अधिक रहेगी। महत्त्वपूर्ण कार्यो की अनदेखी करेंगे अथवा किसी अन्य के भरोसे छोड़ देंगे जिससे होने वाले लाभ में कमी तो आएगी ही आपसी संबंधों में भी खटास बनेगी। आज परिस्थितियां कैसी भी रहें आपके धन लाभ को नही रोक पाएंगी आज किसी गलत निर्णय के भी अकस्मात सही निकलने से उत्साहित होंगे। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मियों से मतभेद रहने पर भी मजबूरी में तालमेल बैठा ही लेंगे। दाम्पत्य जीवन मे सुख वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से प्रेमवत संबंध रहेंगी। विपरीत लिंगीय के प्रति आकर्षण रहने से घर मे गलतफहमी जन्म लेगी।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन भी आपको प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। व्यवसाय में हाथ आये अनुबंध के निरस्त होने के साथ ही मंदी का भी सामना करना पडेगा। आज आपके लिए अधिकांश निर्णय गलत सिद्ध होंगे। परिवार में भी किसी सदस्य की बीमारी के कारण परेशानी होगी भाग-दौड़ भी करनी पड़ेगी। आज किसी पुरानी गलती अथवा विवाद के फिर से उभरने पर परिवार में अशांति होगी सार्वजनिक सम्मान में भी कमी आएगी। आज आप प्रयास करने पर भी धन की क्षति को रोक नही पाएंगे। महिलाओ को भी आज किसी गलती पर अपमानित होने की संभावना है।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन अधिक व्यस्त रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में घरेलू अथवा व्यवसायिक कारणों से लघु यात्रा करनी पड़ेगी परन्तु इससे लाभ की जगह खर्च ही होगा। आज आपका सार्वजनिक व्यवहारिक क्षेत्र अवश्य विकसित होगा धन लाभ भले ना हो लेकिन मानसम्मान में अवश्य बढ़ोतरी होगी। आज भोजन भी असंयमित रहने पर पेट संबंधित समस्या रहेगी। रिश्तेदारी में जाने पर खर्च बढेगा। महिलाये किसी गुप्त चिंता के कारण अंदर से परेशान रहेंगी परन्तु दर्शायेगी नही। संध्या पश्चात थकान रहने पर प्रत्येक कार्यो में अरुचि दिखाएंगे लेकिन शुभ समाचार मिलने से प्रसन्न भी होंगे।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप जिम्मेदारियों के बोझ से राहत पाएंगे घर एवं बाहर का वातावरण सहयोगी रहने से निश्चिन्त होकर दैनिक कार्य पूर्ण कर सकेंगे। विरोधी आपकी प्रगति से ईर्ष्या करेंगे लेकिन आप इन बातों से बेपरवाह होकर अपनी धुन में मस्त रहेंगे। शेयर सट्टे में आज किया निवेश निकट भविष्य में लाभ कराएगा। अन्य व्यवसाय में भी आज मेहनत का फल थोड़े देर से परन्तु भरपूर मिलेगा। सार्वजनिक क्षेत्र पर आपका योगदान प्रतिष्ठा बढ़ाएगा। महिलाये अपने कार्यो के प्रति निष्ठावान रहेंगी।परिवार के बुजुर्गो का सहयोग घरेलू कार्य के साथ व्यवसायिक कार्यो को सहज बनाएगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपको मिश्रित फलदायी रहने वाला है। निर्धारित कार्य को पूर्ण करने के लिए किसी की सहायता की आवश्यकता पड़ेगी जिसमे विलम्ब होने पर कार्य भी देरी से ही पूर्ण कर पाएंगे। आज आप कुछ धन संबंधित कार्यो में जोखिम लेने से घबराएंगे इसलिए सीमित साधनों से ही आवश्यकता अनुसार धनागम रहेगा। लंबी यात्रा के प्रसंग भी बनेंगे परन्तु अंतिम क्षण में निरस्त हो सकते है। सहकर्मी भी आज मतलब निकालने के लिए ही मीठा व्यवहार करेंगे। गृहस्थ में भी कुछ ऐसा ही माहौल रहेगा। परिजन आवश्यकता पूर्ति समय पर ना होने से नाराज होंगे। संध्या बाद शुभ समाचार मिलेंगे।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपके लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से कष्टदायी रहेगा। बनते कार्यो में बार-बार विघ्न आने से हताश रहेंगे। मन मे नकारात्मक विचार आने से अनैतिक कार्यो में भटक सकते है। कार्य व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा कम रहेगी लेकिन
मानसिक स्थिति ठीक ना होने के कारण इसका उचित लाभ नही उठा पाएंगे। धन लाभ होते होते रुकेगा। संध्या के समय ही निर्वाहयोग्य साधन बन सकेंगे। परिवार में भाई-बंधुओ में वैर विरोध रहेगा। आपसी कलह से आज स्त्रियां भी नही बच पाएंगी घर मे फैली अशांति से दुखी रहेंगी। विद्यार्थियों का अध्ययन में मन नही लगेगा।
कार्य सिद्धि के लिए
“ॐ गं गणपतये नमः”
हर कार्य शुरु करने से पहले इस मंत्र का 108 बार जप करें, कार्य सिद्ध होगा ।
इलायची
➡ इलायची औषधीय रूप से अति महत्त्वपूर्ण है | यह दो प्रकार की होती है – छोटी व बड़ी |
➡ छोटी इलायची : यह सुंगधित, जठराग्निवर्धक, शीतल, मूत्रल, वातहर, उत्तेजक व पाचक होती है | इसका प्रयोग खाँसी, अजीर्ण, अतिसार, बवासीर, पेटदर्द, श्वास ( दमा ) तथा दाहयुक्त तकलीफों में किया जाता है |
औषधीय प्रयोग
अधिक केले खाने से हुई बदहजमी एक इलायची खाने से दूर हो जाती है |
धूप में जाते समय तथा यात्रा में जी मचलाने पर एक इलायची मुँह में डाल दें |
१ कप पानी में १ ग्राम इलायची चूर्ण डालके ५ मिनट तक उबालें | इसे छानकर एक चम्मच शक्कर मिलायें | २ – २ चम्मच यह पानी २ – २ घंटे के अंतर लेने से जी – मचलाना, उबकाई आना, उल्टी आदि में लाभ होता है |
छिलके सहित छोटी इलायची तथा मिश्री समान मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनालें | चुटकीभर चूर्ण को १ -१ घंटे के अंतर से चूसने से सूखी खाँसी में लाभ होता है | कफ पिघलकर निकल जाता है |
रात को भिगोये २ बादाम सुबह छिलके उतारकर घिसलें | इसमें १ ग्राम इलायची चूर्ण, आधा ग्राम जावित्री चूर्ण, १ चम्मच मक्खन तथा आधा चम्मच मिश्री मिलाकर खाली पेट खाने से वीर्य पुष्ट व गाढ़ा होता है |
आधा से १ ग्राम इलायची चूर्ण का आँवले के रस या चूर्ण के साथ सेवन करने से पेशाब और हाथ-पैरों की जलन दूर होती है |
आधा ग्राम इलायची दाने का चूर्ण और १-२ ग्राम पीपरामूल चूर्ण को घी के साथ रोज सुबह चाटने से ह्रदयरोग में लाभ होता है |छिलके सहित १ इलायची को आग में जलाकर राख कर लें | इस राख को शहद मिलाकर चाटने से उलटी में लाभ होता है | १ ग्राम इलायची दाने का चूर्ण दूध के साथ लेने से पेशाब खुलकर आती है एवं मूत्रमार्ग की जलन शांत होती है |
सावधानी : रात को इलायची न खायें, इससे खट्टी डकारें आती है | इसके अधिक सेवन से गर्भपात होने की भी सम्भावना रहती है |
भाई - भाई विपत्ति बांटने के लिए होते है ना कि संपति का बंटवारा करने के लिए
राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न चारों भाइयों के बचपन का एक प्रसंग है -
जब ये लोग खेलते थे तो लक्ष्मण राम की तरफ उनके पीछे होता था और सामने वाले पाले में भरत और शत्रुघ्न होते थे। तब लक्ष्मण हमेशा भरत को बोलते कि राम भैया सबसे ज्यादा मुझे प्यार करते है तभी वो हर बार अपने पाले में अपने साथ मुझे रखते है I लेकिन भरत कहते नहीं कि राम भैया सबसे ज्यादा मुझे प्यार करते है तभी वो मुझे सामने वाले पाले में रखते है ताकि हर पल उनकी नजरें मेरे ऊपर रहे, वो मुझे हर पल देख पाएं क्योंकि साथ वाले को देखने के लिए तो उनको मुड़ना पड़ेगा I फिर जब भरत गेंद को राम की तरफ उछालते तो राम जानबूझ कर गेंद को छोड़ देते और हार जाते, फिर नगर में उपहार और मिठाइयां बांट कर खुशी मनाते I सभी पूछते राम जी आप तो हार गए फिर आप इतने खुश क्यों है, राम बोलते मेरा भरत जीत गया। फिर लोग सोचते जब हारने वाला इतना कुछ बांट रहा है तो जीतने वाला भाई तो पता नहीं क्या - क्या देगा ! लोग भरत के पास जाते है लेकिन ये क्या भरत तो लंबे - लंबे आंसू बहाते हुए रो रहे है।
लोगों ने पूछा - भरत जी आप तो जीत गए है, फिर आप क्यों रो रहे है ? भरत बोले - देखिए मेरी कैसी विडंबना है, मैं जब भी अपने प्रभु के सामने होता हूँ तभी जीत जाता हूँ I मैं उनसे जीतना नहीं मैं उनको अपना सब कुछ हारना चाहता हूँ। मैं खुद को हार कर उनको जीतना चाहता हूँ I इसीलिए कहते है, कल्याण भगवान को अपना सब कुछ हारने में है, सब कुछ समर्पण करके ही हम भगवान को पा सकते है I एक भाई दूसरे भाई को जीता कर खुश है और दूसरा भाई अपने भाई से जीत कर दुःखी है। इसीलिए कहते है खुशी लेने में नहीं बल्कि देने में है I जिस घर में भाई - भाई मिल कर रहते है। भाई - भाई एक दूसरे का हक नहीं छीनते उसी घर में राम का वास है I जहां बड़ों की इज्जत है। बड़ों की आज्ञा का पालन होता है, वहीं राम है। जब एक भाई ने दूसरे भाई के लिए हक छोड़ा तो रामायण लिखी गई और जब एक भाई ने दूसरे भाई का हक मारा तो महाभारत हुई I इसीलिए असली खुशी देने में है, छीनने में नहीं। हमें कभी किसी का हक नहीं छीनना चाहिए, ना ही झूठ और बेईमानी का सहारा लेना चाहिए। जो भी काम करें उसमें "सत्य निष्ठा" हो और यही सच्चा जीवन है। यही कथा का सार है।