⛅ *मास - फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - माघ)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - अष्टमी शाम 06:10 तक तत्पश्चात नवमी*
⛅ *नक्षत्र - ज्येष्ठा रात्रि 09:38 तक तत्पश्चात मूल*
⛅ *योग - वज्र शाम 06:10 तक तत्पश्चात सिद्धि*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:53 से सुबह 11:21 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:57*
⛅ *सूर्यास्त - 18:43*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *अष्टमी तिथि के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌷 *लक्ष्मी माँ की प्रसन्नता पाने हेतु* 🌷
👉🏻 *समुद्र किनारे कभी जाएँ तो दिया जला कर दिखा दें ...समुद्र की बेटी है लक्ष्मी ... समुद्र से प्रगति है ...समुद्र मंथन के समय.... अगर दिया दिखा कर " ॐ वं वरुणाय नमः " जपें और थोड़ा गुरु मंत्र जपें मन में तो वरुण भगवान भी राजी होंगे और लक्ष्मी माँ भी प्रसन्न होंगी ।
🌷 *तुलसी को पानी अर्पण से पुण्य* 🌷
🌿 *अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाना चाहिए उसकी हवा से भी बहुत लाभ होते हैं और तुलसी को एक ग्लास पानी अर्पण करने से सवा मासा सुवर्ण दान का फल मिलता है ।
🌷 *बलवर्धक* 🌷
🥛 *२ से ४ ग्राम शतावरी का चूर्ण गर्म दूध के साथ ३ माह तक सेवन करें इससे शरीर में बल आता है, साथ ही नेत्र ज्योति भी बढ़ती है ।