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04 नवम्बर 2022

Updated on 04-11-2022 01:01 PM
आज शुक्रवार, कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि है।
आज पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र, "राक्षस" नाम संवत् 2079 है।
 👉 *कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी सायं 6:45 बजे तक, पश्चात द्वादशी तिथि* 
 👉 *आज राष्ट्रीय सौर तिथि 13 कार्तिक (ऊर्जमास) 1944, युगाब्द 5124 है।*
🌞  सूर्योदय : प्रातः 06:37*
🌞  सूर्यास्त : सायं  05:45 बजे*
👉 *अयन : दक्षिणायन*
🌧️ *ऋतु : हेमन्त* 
👉 *नक्षत्र : पूर्वा भाद्रपद रात्रि 1:39 बजे तक, पश्चात उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र*
👉 *योग : ध्रुव प्रातः 7:53 बजे तक, पश्चात व्याघात  योग*
👉  *राहुकाल : स्थानीय समयानुसार प्रातः 10:30 से 12:00 बजे तक*
👉 *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
👉 *आज देव प्रबोधिनी एकादशी व्रत (बिल्वपत्र) है।
👉 *आज तुलसी विवाह है।*
👉 स्कन्द पुराण वैष्णव खण्ड कार्तिक मास माहात्म्य में स्पष्ट उल्लेख है कि *नवमी से एकादशी* तक मानव शास्त्रोक्त विधि से तुलसी के *विवाह का उत्सव* करें तो उसे कन्यादान का फल मिलता है।
👉 पूर्व काल में कनक की पुत्री किशोरी ने *एकादशी तिथि* में सन्ध्या के समय तुलसी की वैवाहिक विधि सम्पूर्ण की थी। इससे वह किशोरी वैधव्य दोष से मुक्त हो गई।
👉 *स्कन्द पुराण में विवाह विधि इस प्रकार है* -
पहले स्तुति कर भगवान विष्णु को जगाएं। फिर पुरुष सूक्त के मन्त्रों द्वारा पूजा करें। पहले देश, काल का स्मरण कर गणेश पूजन करें, फिर पुण्याह - वाचन कराकर नान्दी श्राद्ध करें। तत्पश्चात वेद मन्त्रों के उच्चारण और बाजे आदि ध्वनि के साथ भगवान विष्णु या शालग्राम की प्रतिमा को तुलसी जी के निकट लाकर रखें। प्रतिमा को वस्त्रों से आच्छादित करें।
👉 *आगच्छ भगवन् देव अर्चयिष्यामि केशव।*
*तुभ्यं दास्यामि तुलसीं सर्वकामप्रदो भव।।*
बोलकर भगवान विष्णु का आह्वान करें।
👉 तुलसी जी के पौधे का षोडशोपचार पूजा *"तुलस्यै नमः"* नाम मन्त्र से करें।
👉 जब भगवान सूर्य कुछ-कुछ दिखाई देते हों, तब कन्यादान का संकल्प करें।
👉 नारियल दक्षिणा के साथ टीका के रूप में रखें।
👉 भगवान विष्णु या शालग्राम की मूर्ति का सिंहासन हाथ में लेकर तुलसी जी की सात परिक्रमा कराएं।
👉 तुलसी और भगवान की पूजा कर विवाह उत्सव मनाएं। विवाह के मङ्गल गीत भी गाये।
👉 अगले दिन पुनः दोनों की पूजा कर द्वादशाक्षर मन्त्र से खीर, घी, शहद और तिल मिश्रित हवनीय द्रव्य की 108 आहुति दें। फिर 'स्विष्टकृत' होम कर शेष विधि पूरी करें।
👉 उस समय भोजन के अन्त में गन्ना, ऑंवला और बेर का फल खा लेने से उच्छिष्ट दोष मिट जाता है। भोजन पश्चात तुलसी के स्वत: गिरे हुए पत्तों खाना चाहिए।
👉 आज से 5 दिन का *भीष्म पञ्चक व्रत* शुरू होता है।
👉 आज से 5 दिन तक सतत् भीष्म पितामह को निम्न मन्त्र का उच्चारण कर अर्घ्य दान करना चाहिए-
*वैयाघ्रपद गोत्राय साङ्कृतप्रवराय च।*
*अपुत्राय ददाम्येत दुदकं भीष्मवर्मणे।।*
*वसूनामवताराय शन्तनोरात्मजाय च।*
*अर्घ्यं ददामि भीष्माय आजन्म ब्रह्मचारिणे।।* 
अर्थात् जिनका व्याघ्रपद गोत्र और सांकृत प्रवर है, उन पुत्र रहित भीष्म वर्मा को मैं यह जल देता हूॅं। वसुओं के अवतार, शान्तनु के पुत्र, आजन्म ब्रह्मचारी भीष्म को मैं अर्घ्य देता हूं।
👉 आज के दिन राम - भरत मिलाप दिवस है।

   *💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष
कार्यप्रणाली में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। यात्रा के योग बनेंगे। लाभ होगा। राज्य से परेशानी हो सकती है। स्त्री को कष्ट। जायदाद वृद्धि के योग बनेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे।

🐂वृष
चिंता तथा तनाव रहेंगे। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। चोट व रोग से बचें। विवाद न करें। आवश्यकताएं बढ़ेंगी। आर्थिक तंगी हो सकती है। कर्ज से बचें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। शत्रु परेशान करेंगे। हानि नहीं पहुंचा पाएंगे।

👫मिथुन
व्यवसाय ठीक चलेगा। जल्दबाजी न करें। कष्ट होंगे। खर्च बढ़ेंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। धनागम के अवसर बनेंगे। 'आ बैल मुझे मार' की स्‍थिति निर्मित न होने दें। अकारण भय बना रहेगा। व्यापारी सोच-समझकर निर्णय लें। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है।

🦀कर्क
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। बकाया वसूली होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। विवाद न करें। नेत्र पीड़ा की संभावना। कुछ लाभ। यात्रा के योग टलेंगे। विरोधी सक्रिय होंगे। ज्ञानीजनों से मुलाकात होगी। शांति बनाना आवश्यक है। अकारण भय व्याप्त होगा।

🐅सिंह
राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बढ़ेगी। हानि-लाभ का वातावरण बनेगा। पराक्रम बढ़ेगा। विजय मिलेगी, गर्व न करें। ईमानदारी से कार्य करते रहें। समय पक्ष का है। स्त्री सुख, यात्रा में हानि, दुख। विरोधी कष्ट देंगे।

🙎‍♀️कन्या
कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। हानि, भय, कष्ट का वातावरण बनेगा। कुछ लाभ के आसार दिखेंगे। दुखद समाचार मिलने की संभावना है। अस्वस्थता होगी। कुसंग से हानि, कुछ लाभ के आसार दिखेंगे।

⚖️तुला
दौड़-धूप अधिक होगी। बुरी सूचना मिल सकती है। विवाद न करें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। अकारण भय व्याप्त होगा। शत्रु शांत होंगे। वाहन देखकर चलाएं। परिस्‍थितियां अनुकूल होंगी। कुछ विरोध होगा। विरोधी अपमान करेंगे। शांति होगी।

🦂वृश्चिक
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। थकान महसूस होगी। रोजगार में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। कष्टों में वृद्धि के योग हैं। कुछ नए कार्य की संभावना सिद्ध होगी। कष्टों में निवृत्ति नहीं होगी। कलह से बचना होगा। अधिकार के लिए प्रयत्न करना होगा।

🏹धनु
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ होगा। रोग घेरेंगे। चिंताएं बढ़ेंगी। शत्रु शांत होंगे। अपमान, कष्ट, कलह से बचना होगा। राज्य से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। लाभ होगा। शत्रु परेशान करेंगे। कुछ नुकसान होगा।

🐊मकर
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शुभ समाचार की आशा बंधेगी। शत्रु षड्यंत्र रचेंगे। सावधान रहने की आवश्यकता है। पराक्रम दिखलाने का अवसर है। लाभ होगा। रिश्वत न लें। नम्रता बनाए रखें।

🍯कुंभ
धनलाभ के अवसर बढ़ेंगे। मेहनत‍ का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख बनी रहेगी। मातृपक्ष से परेशानी होगी। दुर्घटना की संभावना। धन मिलने की परिस्‍थिति निर्मित होगी। अंतरप्रेरणा से कार्य करें। प्रमाद का त्याग करना होगा।

🐟मीन
भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत होंगे। कष्ट-भय की संभावना, अस्वस्थता, आलस्य का अनुभव करेंगे। धनागम होगा। शरीर शिथिल होगा। शत्रु शांत रहेंगे। लाभ-हानि बराबर रहेंगे। प्रमाद बढ़ेगा।


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