आज बहुला संकष्टी चतुर्थी व्रत है।* चन्द्रोदय रात्रि 9:04 बजे है।
पञ्चक आज अपराह्न 3:52:30 बजे पूर्ण।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 7 सितम्बर गुरुवार को है।
निर्णय सिन्धु के अनुसार *घड़ी, क्षण, मुहूर्त्त मात्र भी कृष्णाष्टमी तिथि नवमी युक्त हो तो, वही ग्रहण करनी चाहिए। सप्तमीयुक्त नहीं।
ब्रह्मवैवर्त पुराण तथा पद्म पुराण में स्पष्ट उल्लेख है कि यदि नवमी के उदयकाल में पूर्वविद्धा अष्टमी मुहूर्त्त मात्र भी हो तो सम्पूर्ण अष्टमी होती है। घड़ी, कला, मुहूर्त्त मात्र भी कृष्णाष्टमी नवमी युक्त स्वीकार करना चाहिए। सप्तमीयुक्त अष्टमी कभी नहीं करना चाहिए।
निर्णय सिन्धु में यह भी कहा है कि *जन्माष्टमी को सूर्योदय के समय सप्तमी तिथि का निषेध कहा गया है।
👉 अतः इस बार *श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत 7 सितम्बर भाद्रपद कृष्ण अष्टमी गुरुवार को है।
👉 इसमें यह भी उल्लेख है कि *कलियुग* में *जन्माष्टमी व्रत* होता है, जयन्ती व्रत नहीं है।
👉 निर्णय सिन्धु में जयन्ती के बारे में लिखा है कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष की *अष्टमी रोहणी युक्त* हो तो उसका नाम *जयन्ती* है।
👉 *गोवत्स द्वादशी* 11 सितम्बर सोमवार को है।
👉 5 सितम्बर मङ्गलवार को *अगस्त्य तारा* का उदय होगा।