*⛅नक्षत्र - विशाखा दोपहर 02:422 तक तत्पश्चात अनुराधा*
*⛅योग - व्याघात शाम 06:07 तक तत्पश्चात हर्षण*
*⛅राहु काल - सुबह 09:56 से दोपहर 11:24 तक*
*⛅सूर्योदय - 07:00*
*⛅सूर्यास्त - 06:43*
*⛅दिशा शूल - पूर्व*
*⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:23 से 06:12 तक*
*⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:27 से 01:16 तक*
*⛅अभिजित मुहूर्त - दोपहर 12:28 से 01:15 तक*
*⛅व्रत पर्व विवरण -*
*⛅विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*🌹रविवारी सप्तमी : 03 मार्च 2024🌹*
*🌹पुण्यकाल : 03 मार्च सूर्योदय से सुबह 08:44 तक ।*
*🌹इस दिन किया गया जप-ध्यान का लाख गुना फल होता है ।*
*🌹रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे, तो घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं ।*
*🌹सूर्य पूजन विधि🌹*
*🌹१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ, आरती करें ।*
*🌹२) जल में थोड़े चावल, शक्कर, गुड़, लाल फूल या लाल कुमकुम मिलाकर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें ।*
*🌹सूर्य अर्घ्य मंत्र🌹*
*01. ॐ मित्राय नमः।*
*02. ॐ रवये नमः।*
*03. ॐ सूर्याय नमः।*
*04. ॐ भानवे नमः।*
*05. ॐ खगाय नमः।*
*06. ॐ पूष्णे नमः।*
*07. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।*
*08. ॐ मरीचये नमः।*
*09. ॐ आदित्याय नमः।*
*10. ॐ सवित्रे नमः।*
*11. ॐ अर्काय नमः।*
*12. ॐ भास्कराय नमः।*
*13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः ।*
*(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*
*🔹विशेष - घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।*
*🔹सीजेरियन ऑपरेशन से कैसे बचें ?🔹*
*🔸किसी को सिजेरियन करवाने की नौबत आ गयी हो और डॉक्टरों ने बोला हो प्रसूति ऐसे नहीं हो सकती, तो 10 ग्राम गोबर का रस लेके ॐ जम्भला, जम्भला, जम्भला... इस मंत्र का जप करके पिला दो तो सामान्य प्रसूति होगी, कोई माइनर या मेजर ऑपरेशन कराने की जरूरत नहीं ।*
*🌹 शनिवार के दिन विशेष प्रयोग 🌹*
*🌹 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है । (ब्रह्म पुराण)*
*🌹 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है । (पद्म पुराण)*
*🔹आर्थिक कष्ट निवारण हेतु🔹*
*🔹एक लोटे में जल, दूध, गुड़ और काले तिल मिलाकर हर शनिवार को पीपल के मूल में चढ़ाने तथा ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र जपते हुए पीपल की ७ बार परिक्रमा करने से आर्थिक कष्ट दूर होता है ।*