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01 अप्रैल 2021 पंचांग

Updated on 01-04-2021 02:14 PM
दिन - गुरुवार, विक्रम संवत - २०७७   शक संवत - 1942
⛅ अयन - उत्तरायण
⛅ ऋतु - वसंत 
⛅ मास - चैत्र  (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - फाल्गुन)
⛅ पक्ष - कृष्ण 
⛅ तिथि - चतुर्थी सुबह 10:59 तक तत्पश्चात पंचमी
⛅ नक्षत्र - विशाखा सुबह 07:22 तक तत्पश्चात अनुराधा
⛅ योग - सिद्धि 02 अप्रैल प्रातः 02:47 तक तत्पश्चात व्यतिपात
⛅ राहुकाल - दोपहर 02:15 से शाम 03:58 तक 
⛅ सूर्योदय - 06:33 
⛅ सूर्यास्त - 18:52 
⛅ दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
इन तिथियों का लाभ अवश्य लें 
➡ 06 अप्रैल : ब्रह्मलीन भगवत्पाद सॉईं श्री लीलाशाहजी महाराज का प्राकट्य दिवस
➡ 07 अप्रैल : पापमोचनी एकादशी ( व्रत से पापराशि का विनाश)
➡ 12 अप्रैल : सोमवती अमावस्या (सूर्योदय से सुबह 08:01 तक) (तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता – नाश ), चैत्री अमावस्या (ध्यान, जप बहुत लाभदायी)
➡ 13 अप्रैल : गुडी पाडवा ( पूरा दिन शुभ मुहूर्त), चैत्री नवरात्र प्रारम्भ, चेटीचंड
➡ 14 अप्रैल : संक्रांति (पुण्यकाल : सूर्योदय से दोपहर 12:40 तक)                                                                                                                                                                         
व्यतिपात योग 
व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका १ लाख गुना फल मिलता है।
वाराह पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की।
व्यतिपात योग माने क्या कि देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न हुऐ नाराज हुऐ, उन्होनें चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नही दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसा गुरुदेव के लिये आदर प्रेम श्रद्धा होना चाहिये पर इसको इतना नही थोडा भूल रहा है ये, सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आँखों से आँसु बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है। और उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्रायाणाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है वाराह पुराण में।
विशेष ~ 02 अप्रैल 2021 शुक्रवार को प्रातः 02:48 से रात्रि 11:40 तक (यानी 02 अप्रैल, शुक्रवार को पूरा दिन) व्यतिपात योग है।


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