यूक्रेन के राष्ट्रपति ने मोदी-पुतिन की मुलाकात पर नाराजागी जताई है। उन्होंने मोदी के दौरे को यूक्रेन में शांति की कोशिशों को बड़ा झटका बताया। उन्होंने सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, 'दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के नेता का दुनिया के सबसे खूनी नेता को गले लगाना निराशाजनक है।'
दरअसल, यूक्रेन का दावा है कि सोमवार को रूस ने कीव में बच्चों के अस्पताल पर हमला किया जिसमें 41 लोग मारे गए। ये सब उस वक्त हुआ जब मोदी रूस दौरे पर रवाना हो चुके थे। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के मुताबिक हमले के बाद अस्पताल से 600 से ज्यादा मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया।
हमले के कुछ ही देर बात अस्पताल की इमारत गिर गई। पुलिस ने बताया कि 3 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों का इलाज किया जा रहा है। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह हमला ऐसे समय में किया गया जब अस्पताल में भीड़ ज्यादा थी।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को इस घटना पर विशेष बैठक बुलाई है। इससे पहले जेलेंस्की ने भी बदला लेने के लिए देश के सैन्य अधिकारियों के साथ इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
'अभी लोग मलबे में दबे हैं'
रेस्क्यू टीम और स्थानीय लोग मलबे को हटाकर लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों के मुताबिक मलबे में अभी भी कई सारे लोग दबे हैं। हमला इतना बड़ा था की आस-पास की 100 से ज्यादा इमारतों को नुकसान हुआ है।
यूक्रेनी वायु सेना ने बताया कि उसने 38 में से 30 रूसी मिसाइल को मार गिराया था। ये अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक था। इन हमलों मे सबसे ज्यादा नुकसान द्निप्रो, क्रीवी री, स्लोव्यांस्क और क्रामाटोरस्क शहरों को हुआ है।
3 दिन पहले 55 बार एयरस्ट्राइक की
रूस ने शुक्रवार और शनिवार को पिछले 24 घंटों में यूक्रेन पर 55 बार एयरस्ट्राइक की थी। जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 43 से ज्यादा लोग घायल हो गए। रूस की न्यूज एजेंसी RIA के मुताबिक रूसी सेना ने शुक्रवार को यूक्रेन की अलग-अलग जगहों पर 6 रॉकेट और 70 से ज्यादा ग्लाइड बम से हमला किया।
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक रूसी सेना रातभर से रुक-रुक कर हमले कर रही है। उन्होंने उत्तरी यूक्रेन में बिजली के प्लांट पर हमला किया, जिससे 1 लाख से ज्यादा लोग बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं।
कुछ दिनों तक हमले जारी रहने की चेतावनी
यूक्रेनी सेना ने पूरे इलाके में कुछ दिनों तक ऐसे हमले जारी रहने की चेतावनी जारी की है। यूक्रेनी जनरल स्टाफ ने बताया कि शनिवार को यूक्रेनी और रूसी सेनाओं के बीच 45 बार आमने-सामने से भिडंत हुई है।
इसके कुछ ही घंटों बाद रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उसने पूर्वी यूक्रेन में 30 किलोमीटर तक कब्जा कर लिया था। यूक्रेनी सेना ने बताया कि रूस चासिव यार में कब्जा करना चाहता है। ये इलाका ऊंचाई वाला अगर इस इलाके पर रूस ने कब्जा कर लिया तो उसे आसानी से बढ़त मिल जाएगी।
रूस-यूक्रेन के बीच 2 साल से ज्यादा समय से जंग जारी
24 फरवरी 2022 को शुरू हई रूस-यूक्रेन जंग को 2 साल से ज्यादा समय बीत चुका है। यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की जिद के चलते व्लादिमिर पुतिन ने उस पर हमला किया था। पुतिन इस जंग को मिलिट्री ऑपरेशन बताते हैं।
जंग में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा है। ये लोग अब अन्य देशों में रिफ्यूजी की तरह रह रहे हैं। 65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं।
यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन का दावा है कि रूस 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है। इस बीच अमेरिका ने रूस की 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए था। इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे।