मेष राशि का स्वामी मंगल है, जो जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक होता है। मेष राशि के जातक सुंदर, आकर्षक और कलात्मक होते हैं। मेष राशि के लोग स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं। सही और गलत को लेकर इनका अपना अलग नजरिया होता है। इनमें गजब की नेतृत्व क्षमता होती है और ये लोग अपना रास्ता खुद बनाने में यकीन रखते हैं।
राशि स्वामी- मंगल
राशि नामाक्षर- चु,चे,चो,ला,ली,लू,ले,लो,अ
आराध्य -श्री हनुमान जी
भाग्यशाली रंग - लाल
राशि अनुकूल वार- मंगलवार, बृहस्पतिवार, रविवार
करियर
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। वर्ष के आरंभ से अप्रैल तक सप्तम भाव पर गुरु की दृष्टि के प्रभाव से आप व्यवसाय और कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त करेंगे। नवीन व्यापार शुरू करने के लिए अच्छा समय है। राशि में स्थित गुरु नवीन विचारधारा और नई योजनाओं को जन्म देगा, जिससे अपने व्यापार को और मजबूत बना सकते हैं। द्वादश भाव में भाव में स्थित राहु के प्रभाव से कार्यों में गुप्त शत्रुओं द्वारा रूकावटों को आप अपने विवेक से अनुकूल बना लेंगे। द्वादश भाव का राहु व्यावसायिक यात्राएं भी देगा यदि आप विदेश जाने की चाह रखते हैं, तो इस वर्ष में इसके लिए तैयारी शुरू कर सकते हैं। विदेश से जुड़े कामों में आपको सफलता भी मिल सकती है। नौकरी करने वालों के लिए छठें भाव का केतु स्थांतरण के योग बना सकता है। वैसे नौकरी और व्यवसाय के मामले में साल 2024 अच्छा ही रहने वाला है।
परिवार
पारिवारिक दृष्टि से या वर्ष अनुकूल रहेगा आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। अप्रैल के बाद परिवार में सदस्य संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। भाई बहनों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। द्वादश भाव में स्थित राहु की दृष्टि चतुर्थ भाव में होने से कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन राशि में स्थित गुरु इस स्थिति को अनुकूल बना देंगे। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ बहुत उत्तम रहेगा। पंचम स्थान पर गुरु और शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। यदि आपकी संतान विवाह के योग्य हैं तो उनका विवाह संस्कार भी हो सकता है। संतान जन्म होने से भी आपके घर में खुशी आ सकती है।
स्वास्थ्य
वर्ष के प्रारंभ से राशि में स्थित गुरु के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अनुकूल बना रहेगा। आपके मन में सदैव अच्छे विचार आएंगे जिससे आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे। मौसम जनित रोगों से स्वास्थ्य पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा किंतु अप्रैल के बाद स्वास्थ्य को लेकर कुछ सावधानियां आवश्यक होगी। राहु और केतु का गोचर आपके बारहवें और छठे भाव पर होगा इसलिए अचानक से लगने वाली बीमारियां और संक्रमण वाले रोगों से आपको सावधान रहना होगा।
आर्थिक स्थिति
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। व्यापार अनुकूलता के कारण धनागम में वृद्धि होगी। एकादश स्थान का शनि आपको व्यापार से लाभ प्राप्त करवा सकते है। परिवार में मांगलिक कार्य के चलते धन का व्यय हो सकता है। द्वादश राहु के कारण आप निवेश के मामले में सावधान रहें यदि निवेश करना चाहते हैं तो उसे क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें सभी कार्य योजनाबद्ध तरीके से ही संपन्न करें।
परीक्षा प्रतियोगिता
यह वर्ष प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता की दृष्टि से अनुकूल रहेगा। यदि उच्च शिक्षा हेतु उच्च शैक्षिक संस्थान में प्रवेश पाना चाहते हैं तो वर्ष का प्रारंभ अनुकूल है। पंचम स्थान में गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा रहेगा।
उपाय
मंगलवार के दिन व्रत रखें और हनुमान जी की पूजा अवश्य करें। साथ ही इस दिन हनुमान चालीसा अथवा बजरंग बाण का पाठ अवश्य करें। प्रतिदिन सूर्य को अर्घ्य दें।
वृषभ राशिफल
वृषभ राशि के लोग स्वभाव से बहुत शांत और कोमल होते हैं। इस राशि के लोग अपनी क्षमता को अच्छी तरह से जानते हैं। इन्हें धन, संपत्ति और मान-सम्मान अच्छा लगता है। इस राशि के जातक दृढ़निश्चयी होते हैं। कठोर से कठोर फैसले लेने से भी हिचकते नहीं हैं। वृषभ राशि के लोगों को अनुशासन पसंद होता है और वो इसमें कभी भी लापरवाही करना पसंद नहीं करते हैं।
राशि स्वामी- शुक्र
राशि नामाक्षर- ई,उ,ए,ओ,वा,वू,वे,वो
आराध्य - श्रीदुर्गा जी
भाग्यशाली रंग- सफेद, चमकीला सफेद
राशि अनुकूल वार- शुक्रवार, बुधवार, शनिवार
करियर
वृषभ राशि के लिए करियर की दृष्टि से यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस वर्ष शनि आपकी राशि से दशम भाव में रहने वाले हैं जिसके चलते आपको कड़ी मेहनत का पूरा परिणाम मिलेगा। वर्ष के आरंभ में द्वादश स्थान में गुरु के गोचरीय प्रभाव से कार्य व्यवसाय में विदेशी संबंधों से लाभ प्राप्त होगा। नौकरी करने वालों को अपने कार्य स्थल पर मान सम्मान प्राप्त होगा। मई से सप्तम स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से व्यापार में अच्छा लाभ प्राप्त होगा। मई से वर्षांत तक राशि स्थान का गुरु व्यापार में नए अवसरों को प्रदान करेगा। ग्यारहवें भाव में स्थित राहु का गोचर धन आगमन के नए मार्ग बनाएगा।
परिवार
वर्ष के आरंभ में चतुर्थ स्थान पर गुरु और शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से पारिवारिक अनुकूलता बनी रहेगी। परिवार में परस्पर सहयोग और भावनात्मक लगाव रहेगा। अप्रैल के बाद का समय और अनुकूल हो रहा है। आपके परिवार में पुत्र आदि का विवाह या मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। सप्तम स्थान पर गुरु एवं शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे। समय काफी अनुकूल हो रहा है आपके बच्चे अपने परिश्रम से आगे बढ़ेंगे वह शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति प्राप्त करेंगे।
स्वास्थ्य
द्वादश स्थान के गुरु आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बना सकते हैं। गुरु ग्रह के अग्नि तत्व राशि में होने के कारण पित्त या पेट संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। परंतु अप्रैल के बाद गुरु ग्रह का गोचरीय प्रभाव राशि स्थान में होने से स्वास्थ्य, दिनचर्या और आहार संबंधी सुधार आना शुरू हो जाएगा।
आर्थिक स्थिति
एकादश स्थान के राहु इस वर्ष अचानक लाभ कराते रहेंगे। अप्रैल से देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि में होने के कारण सर्व प्रकारण उन्नति होगी। आपके प्रयास से आपकी आर्थिक स्थिति सृदृढ़ होगी। जमीन जायदाद से संबंधित रुके हुए कार्य इस वर्ष संपन्न होने की पूरी संभावना बनती है।
परीक्षा प्रतियोगिता
वर्ष आरंभ में परीक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में विशेष सफलता नहीं मिलेगी। अप्रैल के बाद देवगुरु बृहस्पति के गोचर राशि में होने के बाद समय पूर्णता अनुकूल हो जाएगा। देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव में होने के कारण प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। अनुभवी और गुरु समान व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय
इस वर्ष माता-पिता, गुरु, साधु संन्यासी और अपने से बड़े लोगों का आशीर्वाद प्राप्त करें, मंदिर या धार्मिक स्थान पर केला या बेसन के लड्डू वितरित करें और नित्य प्रात काल सूर्य भगवान को अर्घ्य दें।
मिथुन राशिफल 2024
मिथुन राशि के जातक बहुत आकर्षक होते हैं। वे शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते हैं। जीवन में हमेशा कुछ नया करना चाहते हैं। इस राशि के लोग बुद्धिमता को महत्व देते हैं। इस राशि के लोग बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं। राशि स्वामी बुध होने के कारण यह अपने बोलने के अनोखे अंदाज से दूसरों को आकर्षित कर लेते हैं।
राशि स्वामी - बुध
राशि नामाक्षर - का,की,कु,घ,छ,के,को,हा
आराध्य -श्री गणेश जी
भाग्यशाली रंग - हरा
राशि अनुकूल वार- बुधवार, शुक्रवार, शनिवार
करियर
वर्ष की शुरुआत में सप्तम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आप व्यापार में उन्नति प्राप्त करेंगे। नया व्यापार करने के लिए समय अनुकूल है। व्यापार में आपको भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। एकादश स्थान पर गुरु एवं शनि के संयुक्त गोचरीय प्रभाव से अधिकारियों व वरिष्ठ लोगों का सहयोग मिलेगा तथा आय में वृद्धि होगी। वर्ष भर शनि की तीसरी दृष्टि आपके आय भाव पर पड़ती रहेगी। इससे आपकी आय अच्छी होगी और सबसे खास बात यह है कि आप बचत करने के बारे में सोचेंगे। अप्रैल के बाद से गुरु का गोचर बारहवें में भाव पर होगा इसलिए ज़्यादातर पैसा आपकी यात्राओं पर खर्च होगा।
परिवार
वर्ष के आरंभ में व्यस्तता के कारण आप अपने परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। परंतु आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपको भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। तृतीय स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पंचम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। वह अपने बौद्धिक बल से अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। नव विवाहित व्यक्तियों को संतान की प्राप्ति हो सकती है। अप्रैल के बाद समय थोड़ा प्रभावित हो सकता है अतः उसे समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
स्वास्थ्य
मानसिक रूप से इस वर्ष आप संतुष्ट रहेंगे। किसी प्रकार की कोई चिंता परेशानी नहीं होने के कारण आपका स्वास्थ्य इस वर्ष अनुकूल बना रहेगा। अप्रैल के बाद समय पर प्रतिकूल होने के कारण छोटी-मोटी बीमारियों से आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए योगाभ्यास और नियमित दिनचर्या से स्वयं को संतुलित रखने का प्रयास करना चाहिए।
आर्थिक स्थिति
एकादश भाव में गुरु के प्रभाव से धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। यह वर्ष धन आगमन के स्रोतों में वृद्धि के लिए विशेष अनुकूल है। इस समय के अंतराल में आप कोई बड़ा निवेश करेंगे। निवेश या आर्थिक मामले में कोई बड़ा निर्णय लेने से पहले उसे क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें। केतु के इस साल चतुर्थ भाव में रहने से आपको ज़मीन से जुड़े कोई काम या पैतृक संपत्ति के लिए अचानक से कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
परीक्षा प्रतियोगिता
पंचम स्थान पर गुरु की दृष्टि विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष शुभ है। इस वर्ष उच्च शिक्षा हेतु श्रेष्ठ शैक्षिक संस्थान में प्रवेश मिल जाएगा। अप्रैल के बाद छठे स्थान पर गुरु और शनि के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से प्रतियोगिता परिक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। जो लोग विदेश में जाकर शिक्षा प्राप्त के लिए प्रयास कर रहे हैं उनको इस वर्ष अप्रैल के बाद सफलता मिलेगी।
उपाय
गुरुवार के दिन चने की दाल, केला, बेसन के लड्डू इत्यादि पीली वस्तुओं का दान करें। गुरुवार का व्रत रखें। बुधवार को गणपति भगवान के मंदिर में दूर्वा चढ़ाएं।