प्रदेश के शहरों में महिलाएं घर-घर जाकर पानी की जांच करेंगी। हर एक सैंपल की जांच पर सरकार उन्हें 47 रुपए देगी। पानी की जांच का यह काम महिलाओं के हाथ में सौंपने के लिए पूरे 55 शहरों उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। अब तक इस प्रशिक्षण के लिए 781 महिलाओं का चयन हो चुका है, उसमें से 519 महिलाओं का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है।
प्रशिक्षण के दौरान अब तक 17383 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। इनमें से 15,413 टेस्ट महिलाओं ने फील्ड में जाकर किए। शेष 1970 टेस्ट के लिए महिलाएं सैंपल कलेक्ट करके लैब में लेकर आईं और वहां उनका परीक्षण किया गया। महिलाओं को इस प्रशिक्षण के लिए फील्ड टेस्टिंग किट दी गई है।
सुबह और शाम के समय काम , बाकी समय फुर्सत अमृत-2.0 मिशन में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह नवाचार किया जा रहा है। सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी इन महिलाओं को पानी की टेस्टिंग का यह काम सौंपने के पीछे सोच यह है कि केवल सुबह और शाम को पानी सप्लाई के समय वे काम करके कुछ कमाई कर सकें और बाकी समय फुर्सत में रहकर घर के कामकाज कर सकें।