इसके आगे उन्होंने जोर देते हुए कहा कि चीन के साथ संबंध में यह भी देखेंगे कि भारत की सुरक्षा प्रभावित न हो। उन्होंने कहा, 'श्रीलंका चीन के साथ कान करता रहेगा। लेकिन हम भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए अपनी शर्तों पर काम करेंगे। आखिरकार हम भारत से सिर्फ 32 किमी की दूरी पर हैं' चीन को एक लीडिंग ग्लोबल पावर कहते हुए विक्रमसिंघे ने कहा, 'चीन का हिंद महासागर क्षेत्र में प्रभाव बढ़ने जा रहा है। क्योंकि वह पहले से ही कई देशों के साथ काम कर रहा है।'