बांग्लादेश के रंगपुर में शुक्रवार 22 नवंबर को सनातन जागरण मंच की तरफ से एक रैली का आयोजन किया गया था। रैली में शामिल होने पहुंची एक बस रास्ते में हमला किया गया। हमले में 20 लोग घायल हुए हैं, इनमें से 3 गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
माहीगंज कॉलेज के मैदान में हुई इस रैली का मकसद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार, उत्पीड़न, और मठों व मंदिरों पर हमलों के विरोध करना था। रैली में शामिल लोग 8 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। रैली के मुख्य अतिथि चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी ने देश में हिंदुओं के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।
हिंदुओं की संपत्ति और घर लूटने का सिलसिला जारी
चिन्मय दास ने कहा कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में जान बचाने के लिए देश छोड़कर जाने वाले में 70% हिंदू थे। उनके घरों और संत्तियों को लूटा गया था। आजादी के इतने सालों बाद भी ये सिलसिला जारी है।
चिन्मय दास ने आरोप लगाया कि 5 अगस्त के बाद देश में आंतकियों, उग्रवादियों और नेताओं को जेल से छोड़ा गया है। लेकिन किसी भी हिंदू को नहीं छोड़ा गया है। हिंदू किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थक नहीं हैं। भविष्य में हिंदू उस पार्टी को वोट करेंगे, जो लोकतंत्र को बनाए रखेगी। उन्होंने कहा कि आज 3 करोड़ सनातनी एकजुट हैं।
चिन्मय दास ने कहा कि रैली में शामिल होने आ रही बस पर हमला किया गया। उन्होंने घायलों में से एक व्यक्ति को मंच पर भी बुलाया।
चिन्मय दास बोले- मुझे होटल से निकलने के लिए कहा गया
चिन्मय दास ने 21 नवंबर की रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें रंगपुर के होटल से निकलने के लिए कहा गया था। पुलिस ने उनसे कहा कि हमें यहां नहीं रखा जा सकता है।