योजना के मुताबिक, इजरायली जेट कश्मीर के पहाड़ी इलाके में रडार से बचते हुए आगे बढ़ते और इस्लाबाद के पास खुले में पहुंचकर हमला कर देना था। लेवी ने यहां तक कहा कि मार्च 1984 में इंदिरा गांधी ने इस ऑपरेशन को मंजूरी दे दी थी, लेकिन अमेरिका की सीआईए ने पाकिस्तान को ऑपरेशन के बारे में सचेत कर दिया। इसके बाद भारत और इजरायल ने योजना को रद्द करने का फैसला किया।