इंदिरा IVF के सीईओ डॉ क्षितिज मुर्डिया ने कहा, ‘अनुमान है कि करीब 3.3 करोड़ दंपती लाइफटाइम इनफर्टिलिटी का सामना कर रहे हैं। इसे देखते हुए आयुष्मान भारत योजना के दायरे में इनफर्टिलिटी के इलाज को भी लाना चाहिए। इस योजना के तहत ड्रग रीहैबिलिटेशन, ऑर्गन ट्रांसप्लांट और कुछ कॉस्मेटिक प्रोसिजर्स को भी लाया जाए।'