माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला की कितनी है नेटवर्थ, भारत से क्या है कनेक्शन
Updated on
19-07-2024 04:59 PM
Satya Nadella Net Worth: अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सर्वर में गड़बड़ी के कारण आज पूरी दुनिया थम गई। इस कारण खासकर एयरपोर्ट, बैंक, मीडिया और शेयर मार्केट पर असर देखने को मिला। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप 3.272 ट्रिलियन डॉलर है। कंपनी के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला हैं। नडेला 2014 में कंपनी के प्रमुख बने थे और उनकी लीडरशिप में माइक्रोसॉफ्ट ने टेक इनोवेटर के तौर पर खुद को दोबारा स्थापित किया है। इस दौरान कंपनी के शेयरों में कई गुना तेजी आई है। एक नजर नडेला के करियर पर...
भारत से कनेक्शन
सत्या नडेला का जन्म हैदराबाद में साल 1967 में हुआ था। उनके पिता एक प्रशासनिक अधिकारी और मां संस्कृत की लेक्चरर थीं। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद पब्लिक स्कूल से करने के बाद साल 1988 में मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और इसके बाद कंप्यूटर साइंस में एमएस करने के लिए अमेरिका चले गए। उन्होंने 1996 में शिकागो के बूथ स्कूल ऑफ बिजनस से एमबीए किया।
माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी
पढ़ाई पूरी करने के बाद सत्या नडेला ने सन माइक्रोसिस्टम्स में कंपनी के टेक्नोलॉजी टीम में काम किया। 1992 में उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन कर ली और तब से वह उसी के साथ हैं। कंपनी के साथ इतने लंबे वक्त तक जुड़े रहने के दौरान उन्होंने कई योजनाओं पर कार्य किया। माइक्रोसॉफ्ट में उनकी शुरुआत सर्वर ग्रुप से हुई थी। इसके बाद वे सॉफ्टवेयर डिवीज़न, ऑनलाइन सर्विसेज, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म में कार्य किया और फिर मुखिया बनकर सर्वर डिवीजन में वापस आ गए।
क्लाउड गुरु नडेला
सत्या नडेला को ‘क्लाउड गुरु’ भी कहा जाता है। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट में क्लाउड कंप्यूटिंग का नेतृत्व किया और कंपनी को दुनिया के सबसे बड़े क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में से एक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने ऑनलाइन सर्विसेज डिवीजन में बतौर वरिष्ठ उपाध्यक्ष और माइक्रोसॉफ्ट बिजनस डिवीज़न में बतौर उपाध्यक्ष कार्य किया। बाद में उन्हें कंपनी के 19 अरब अमेरिकी डॉलर ‘सर्विस एंड टूल’ व्यवसाय का अध्यक्ष बना दिया गया। माइक्रोसॉफ्ट के डेटाबेस, विंडोज सर्वर और डेवलपर टूल्स को माइक्रोसॉफ्ट अज्योर क्लाउड प्लेटफॉर्म पर लाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सीईओ तक का सफर
नडेला को 2014 में माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनाया गया था। जब उन्होंने यह पद संभाला था तो कंपनी कई तरह की परेशानियों से गुजर रही थी। नडेला ने न सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट को इन परेशानियों से बाहर निकाला बल्कि उसे नई बुलंदियों तक पहुंचाया। उन्होंने क्लाउड कंप्यूटिंग, मोबाइल ऐप्लिकेशनंस और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर फोकस किया और साथ ही ऑफिस सॉफ्टवेयर फ्रेंजाईजी में भी नई जान फूंकी। साल 2021 में उन्हें कंपनी का चेयरमैन बनाया गया।
क्रिकेट से प्यार
सत्या नडेला ने सन 1992 में अनुपमा से विवाह किया। अनुपमा सत्या के पिता के मित्र की पुत्री हैं। सत्य अपने परिवार के साथ वॉशिंगटन में रहते हैं। सत्य नडेला क्रिकेट के बहुत बड़े प्रशंसक है और अपने दैनिक जीवन में खेल से प्रेरणा लेते हैं। उन्हें साथ ही फिटनेस हैं और दौड़ने का भी शौक है। नडेला को मीठा खाने का शौक है और पेस्ट्री से उन्हें बहुत प्यार है। वह खुद को आजीवन सीखने वाला कहते है और अपने खाली समय में ऑनलाइन कक्षाएं लेते हैं। खाली समय में उन्हें कविता पढ़ना पसंद है।
नडेला की नेटवर्थ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नडेला की नेटवर्थ करीब 7,500 करोड़ रुपये है। उन्हें वित्त वर्ष 2023 में 4.85 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,03,64,63,425 रुपये की सैलरी मिली। इसमें 2,500,000 डॉलर बेसिक सैलरी और 6,414,750 डॉलर का बोनस शामिल है। इस दौरान उन्हें कोई स्टॉक ऑप्शन नहीं मिला जबकि 39,236,137 डॉलर के स्टॉक्स शामिल हैं। साथ ही उन्हें दूसरे कंपनसेशन के तौर पर 361,650 डॉलर मिले।
नई दिल्ली: कथित तौर पर रिश्वत देने और धोखाधड़ी के आरोप में घिरे गौतम अडानी को लेकर पूर्व अटॉर्नी जनरल और सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि…
नई दिल्ली: कोका कोला और पेप्सी के बाद अब मुकेश अंबानी ने पारले और ब्रिटानिया जैसी कंपनियों की टेंशन बढ़ा दी है। रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी अब ब्रिटानिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर ,…
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के हाथ से बड़ी तेल रिफाइनरी लगभग फिसल गई है। यह रिफाइनरी रत्नागिरी में लगाई जानी थी। अब सरकार ने इसे यहां लगाने ने लगभग मना कर दिया…
नई दिल्ली: शेयर मार्केट कब किसे रातों रात करोड़पति बना दे, कुछ कहा नहीं जा सकता। कई बार यह तगड़ा नुकसान भी कर देती है। पिछले महीने यानी अक्टूबर का आखिर…
नई दिल्ली: ओला के फाउंडर भाविश अग्रवाल आज बहुत खुश होंगे। कारण है एक डिसीजन से उनकी कंपनी के शेयर में आई बंपर तेजी। आज बुधवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर…
नई दिल्ली: अमेरिका की नीतियों में बदलाव और चीन की अनिश्चित विकास दर के चलते 2025 में उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए मुश्किल समय आने वाला है। जेपी मॉर्गन ने अपनी वार्षिक…