इजरायल और ईरान ने भारत के जरिए एक-दूसरे को संदेश भिजवाया है। इजरायल के राजदूत ने भारत के आतंकवाद के प्रति रुख की जमकर प्रशंसा की है। बता दें कि हमास के हमले के बाद पीएम मोदी ने इस आतंकी घटना करार दिया था। यही नहीं इजरायली जवाबी कार्रवाई पर भारत ने इसे तेलअवीव का अधिकार करार दिया था। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में आए प्रस्तावों पर भी कई बार इजरायल का खुलकर साथ दिया है। हालांकि भारत ने अलग फलस्तीन देश की नीति का एक बार फिर से खुलकर समर्थन किया है। इजरायल ने कारगिल युद्ध के समय भारत को कई घातक बम दिए थे जिससे पाकिस्तानी सैनिकों का सफाया हुआ। भारत बड़े पैमाने पर हथियार, मिसाइलें और किलर ड्रोन दिए हैं।