बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा हुई। रविवार देर रात होमगार्ड (अंसार ग्रुप) और स्टूडेंट के बीच झड़प हो गई। द डेली स्टार के मुताबिक झड़प में 50 लोग घायल हुए हैं। दरअसल अंसार ग्रुप पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहा था। अंसार ग्रुप एक पारामिलिट्री फोर्स है। अंसार ग्रुप की मांग है कि उनकी नौकरियों को स्थायी किया जाए।
अंसार ग्रुप के कई सदस्य सचिवालय पहुंच गए। उन्होंने गेट बंद कर दिया। किसी भी सरकारी अधिकारी को बाहर आने नहीं दिया। अंतरिम सरकार में मंत्री नाहिद इस्लाम और स्टूडेंट संगठन के कुछ सदस्य भी अंदर कैद हो गए। उन्होंने फेसबुक के जरिए सैकड़ों छात्रों से सचिवालय आने की अपील की।
जब भारी संख्या में छात्र सचिवालय की ओर बढ़े तो वहां पहले से मौजूद अंसार ग्रुप के मेंबर्स से उनकी भिड़ंत हो गई। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और सेना को तैनात किया गया है।
अंसार ग्रुप ने फेंके पत्थर, फिर शुरू हुई झड़प
स्टूडेंट्स का आरोप है कि अंसार ग्रुप बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना के एजेंट के तौर पर काम कर रहा है। इससे पहले दिन में अंसार ग्रुप ने अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के आश्वासन के बाद अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया था। हालांकि, तनाव अभी भी बना हुआ है, क्योंकि छात्रों ने अंसार बल पर समझौते से मुकरने का आरोप लगाया है।
छात्र संगठन के नेता और अंतरिम सरकार में मंत्री नाहिद इस्लाम ने अंसार ग्रुप के प्रदर्शन को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हसीना की पार्टी के छात्र विंग के नेता की भारत भागते समय मौत
बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी की छात्र विंग के नेता रहे इशाक अली खान पन्ना की शनिवार को मौत हो गई। बांग्ला अखबार ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक वे बांग्लादेश से भारत भागने की कोशिश कर रहे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक वे सीमापार कर मेघालय पहुंच गए थे। उन्हें शिलांग में एक पहाड़ी से फिसलने के बाद दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भागने के दौरान पन्ना के साथ अवामी लीग के 2 और नेता भी थे।
बांग्ला अखबार प्रोथोम अलो ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि शनिवार सुबह करीब चार बजे वह तमाबिल सीमा से होते हुए मेघालय में घुस चुके थे। इसी दौरान भारत के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स ने उनका पीछा किया, उन्हें पकड़ने के लिए गोलियां भी चलाईं। इसके बाद उन्हें अटैक आया जिससे उनकी मौत हो गई।
हसीना के देश छोड़ने के बाद छिपे हुए थे
पन्ना, शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद ढाका में कहीं छिपे हुए थे। बाद में वह भारत भागने के लिए सिलहट चले गए। सोशल मीडिया पर ये भी दावा किया जा रहा है कि उनकी मौत गोली लगने से हुई है। बांग्ला अखबारों के मुताबिक बांग्लादेश पुलिस और बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) ने अभी तक पन्ना के मौत की पुष्टि नहीं की है।
बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से उनकी पार्टी अवामी लीग के कई नेता छिप गए हैं। कई नेता देश छोड़कर भागने की कोशिश में पकड़े भी गए हैं। इससे पहले शनिवार देर रात हसीना सरकार में कपड़ा और जूट मंत्री रहे गुलाम दस्तगीर गाजी को गिरफ्तार किया गया था।