रूस-यूक्रेन जंग को आज दो साल पूरे हो गए। 24 फरवरी 2022 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। इसे मिलिट्री ऑपरेशन बताया। इस हमले में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा। ये लोग अन्य देशों में रिफ्यूजी के रूप में रह रहे हैं।
वहीं, 65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं। यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन का दावा है कि रूस के 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है।
इस बीच, अमेरिका ने रूसी की 500 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
जंग के असर पर नजर...
1. यूक्रेन के 30 हजार से ज्यादा युवा लापता
यूक्रेन में 30 हजार से ज्यादा यूक्रेनी अभी भी लापता है। उनके परिजन को उनकी रिहाई का इंतजार है। रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी शहर दोनेत्स्क में रहने वाली इरिना हमेशा फोन पर निगाह रखती है। करीब 19 महीने पहले दोनेत्स्क में रूस से लड़ रहे उसके 25 साल के बेटे व्लादिस्लाव से आखिरी बार बात हुई थी। वो कहती हैं- बेटे की खोज के लिए उन्होंने सभी कोशिशें कर ली लेकिन अभी तक कोई खबर नहीं मिली है।
मारियुपूल की एना उसेंको 2022 में जंग शुरू होने से पहले बिजनेस टूर के लिए घर से निकली थीं। उनके भाई हर्मन सिकोरस्की का कहना है कि मार्च 2022 के बाद एना से कोई संपर्क नहीं हो पाया है।
2. 4.30 करोड़ लोग राहत सामग्री के भरोसे
यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के कब्जे वाले 54% क्षेत्र पर वापस कब्जा हासिल कर लिया है। करीब 4.30 करोड़ की आबादी वाले यूक्रेन के 1.76 करोड़ यूक्रेनी लोगों को राहत सामग्री के भरोसे रह रहे हैं।
3. सैनिकों की भी कमी
रूस और यूक्रेन दोनों देश सैनिकों के संकट से जूझ रहे हैं। यूक्रेन सरकार ने सेना में भर्ती होने की उम्र घटाने का प्रस्ताव रखा है। कई लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं, पुतिन ने सैनिकों की कमी दूर करने लिए आदेश जारी किया है जिसमें रूस की तरफ से लड़ने वाले विदेशी लोगों को रूस की नागरिकता देने का प्रस्ताव पेश किया है।
4. जंग में 87% रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं
अमेरिकी इंटेलिजेंस के मुताबिक रूस-यूक्रेन जंग में अब तक 3 लाख 15 हजार रूसी सैनिकों की मौत हुई है। 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई इस जंग के पहले रूसी सेना में 3 लाख 60 हजार से ज्यादा सैनिक थे।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक जंग में 87% रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं। जंग ने रूसी सेना को आधुनिक बनाने के पुतिन की कोशिशों को 15 साल पीछे धकेल दिया है। इस नुकसान से उबरने के लिए रूस अपनी सेना में रिहा हुए कैदियों को भर्ती कर रहा है। साथ ही जंग के मैदान में भी भेज रहा है।
5. यूक्रेन की 18% जमीन पर रूसी कब्जा
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने ब्लैक सी ट्रेड रूट के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा जंग की शुरुआत से अब तक रूस ने यूक्रेन की 18% जमीन पर कब्जा किया है। इस जमीन पर यूक्रेन के 6 बड़े शहर- सेवेरोडोनेट्स्क, डोनेट्स्क, लुहांस्क, जपोरिजिया, मारियुपोल और मेलिटोपोल बसे हैं। ये शहर यूक्रेन की इकोनॉमी को कंट्रोल करते हैं।
6. रूस की नेवी का 33% हिस्सा खत्म
यूक्रेन की नेवी का दावा है कि जंग के दौरान रूस की नेवी का 33% हिस्सा खत्म हो चुका है। उसके तीन वॉरशिप तबाह हो गए हैं। इसके अलावा 24 छोटे शिप और कुछ सबमरीन भी अब इस्तेमाल के लायक नहीं हैं।