अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी ने सोमवार देर रात डोनाल्ड ट्रम्प को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित कर दिया। विस्कॉन्सिन के मिल्वॉकी शहर में हुए पार्टी कन्वेंशन में ट्रम्प को डेलिगेट्स के 2387 वोट मिले। उम्मीदवार चुने जाने के लिए उन्हें 1215 वोटों की जरूरत थी।
13 जुलाई को पेन्सिल्वेनिया में हुए हमले के बाद यह पहला मौका था जब ट्रम्प सार्वजनिक मंच पर नजर आए। उनके कान पर पट्टी बंधी थी। गोली लगने के 48 घंटे बाद पार्टी ने उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है।
सम्मेलन में ट्रम्प के पहुंचते ही समर्थकों ने 'USA-USA' के नारे लगाए। साथ ही हवा में मुट्ठी लहराते हुए लोग 'फाइट-फाइट' कहते नजर आए। दरअसल शनिवार को गोली लगने के बाद ट्रम्प ने हवा में मुट्ठी लहाकर फाइट-फाइट कहा था।
कन्वेंशन में ट्रम्प के साथ उनके बेटे एरिक और डोनाल्ड जूनियर भी मौजूद रहे। सम्मेलन खत्म होने के बाद जब ट्रम्प वहां से जाने लगे तो लोगों ने 'वी लव ट्रम्प' के नारे भी लगाए। इस दौरान कुछ समर्थकों की आंखें भी नम हो गईं। हालांकि कन्वेंशन में ट्रम्प ने एक बार भी खुद को गोली का जिक्र नहीं किया।
ट्रम्प ने भारतवंशियों को छोड़ जेम्स डेविड वेंस को बनाया उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार
वहीं रिपब्लिकन पार्टी से उप-राष्ट्रपति पद के लिए 39 साल के जेम्स डेविड वेंस के नाम का ऐलान किया गया। कन्वेंशन में किसी भी डेलिगेट ने वेंस का विरोध नहीं किया। वेंस 2022 में पहली बार ओहायो से सीनेटर चुने गए थे। उन्हें ट्रम्प का करीबी माना जाता है।
हालांकि, ट्रम्प समर्थक बनने से पहले 2021 तक वेंस उनके कट्टर विरोधी हुआ करते थे। 2016 में एक इंटरव्यू में वेंस ने ट्रम्प को निंदा के योग्य कहा था। उनके स्वभाव और लीडरशिप स्टाइल पर भी सवाल उठाए थे। फिर 2021 में उन्होंने इसके लिए ट्रम्प से माफी मांगी। साथ ही रिपब्लिकन पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद वे ट्रम्प के करीबी बन गए।
रिपब्लिकन पार्टी से उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए 2 भारतवंशियों के नाम भी सामने आए थे। इनमें विवेक रामास्वामी और निक्की हेली शामिल थे। दोनों ही नेता रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने की रेस में ट्रम्प के खिलाफ खड़े हुए थे। बाद में चुनाव हारने के बाद उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।
इसके बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि विवेक उप-राष्ट्रपति के लिए ट्रम्प की पहली पसंद होंगे। हालांकि पूर्व राष्ट्रपति ने भारतवंशी उम्मीदवारों को नकारते हुए वेंस को उप-राष्ट्रपति पद के लिए चुना है। खास बात ये है कि वेंस की पत्नी ऊषा चिलुकूरी वेंस भी भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं।
उप-राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए जेम्स डेविड वेंस को चुने जाने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "जेम्स तो ट्रम्प के क्लोन हैं। सभी मुद्दों पर दोनों की एक ही राय है। मुझे कोई फर्क नहीं दिखता।" वहीं वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस ने कहा है कि वे वेंस से डिबेट के लिए तैयार हैं।
नाटो के विरोधी, इजराइल के कट्टर समर्थक हैं डेविड वेंस
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर जेडी वेंस को लेकर पोस्ट किया। उन्होंने कहा, 'मैंने कई प्रतिभाशाली लोगों को ध्यान में रखते हुए काफी सोच-विचार और विमर्श के बाद यह फैसला किया है कि अमेरिका के उप-राष्ट्रपति के पद के लिए सबसे सही व्यक्ति ओहायो राज्य के सीनेटर जेडी वेंस हैं।'
जेडी अमेरिका की मरीन कॉर्प्स में स्पेशल कमांडो के तौर पर काम कर चुके हैं। उन्होंने ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी और येल लॉ स्कूल से ग्रुजुएट की है। जेडी की लिखी किताब ‘हिलबिली एलेगी’ बेस्ट सेलर रही है और उस पर एक फिल्म भी बन चुकी है।
टेक्नोलॉजी और फायनेंस में जेडी ने बहुत ही सफल बिजनेस करियर बनाया है। वेंस को नाटो विरोधी और इजराइल का कट्टर समर्थक बताया जाता है। उन्होंने भारतवंशी उषा चिलुकुरी से शादी की है। वे पत्नी को अपना आध्यात्मिक गुरू मानते हैं।
ट्रम्प के हमलावर का फोन अनलॉक किया गया
मकसद का पता लगाने के लिए जांच एजेंसियां हमलावर के फोन का सहारा ले रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक FBI ने ट्रम्प पर हमला करने वाले मैथ्यू क्रूक्स के फोन को अनलॉक कर लिया है।
वहीं, CNN ने सुत्रों के हवाले से बताया है कि क्रूक्स ने जिस बिल्डिंग से ट्रम्प पर गोली चलाई वहां, बटल शहर की इमेरजेंसी के सर्विस यूनिट के स्नाइपर्स मौजूद थे। हमलावर टॉप पर था, जबकि स्नाइपर्स दूसरे माले पर थे।
'मैं मुड़ता नहीं तो मर चुका होता'
ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिकी मीडिया संडे पोस्ट से अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले को लेकर सोमवार को बातचीत की। उन्होंने कहा, 'मैं यहां नहीं होता, मैं अब तक मर चुका होता। ये बेहद भयानक अनुभव था, जिसने मेरा जीवन लगभग खत्म कर दिया था।'
उन्होंने बताया कि अगर मैं अवैध प्रवासियों से जुड़े चार्ट को पढ़ने के लिए मुड़ा नहीं होता तो, मैं यहां नहीं होता। एक इंच से भी छोटी गोली ने मेरे कान का एक हिस्सा उड़ा दिया था।
दूसरी तरफ, FBI ने हमले की वजह पता करने के लिए अब हमलावर थॉमस मैन्यू क्रूक्स के फोन की छानबीन शुरू कर दी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, FBI की टेक्निकल टीम क्रूक्स के फोन में मैसेज, ईमेल्स और दूसरे डेटा को चेक कर रही है। हालांकि, अब तक उन्हें कोई सुराग नहीं मिला है।
इसके अलावा हमलावर के घर और कार की भी तलाशी ली गई है। FBI के टीम घटनास्थल पर रिकॉर्ड किए गए वीडियोज और फोटोज की भी बारीकी से जांच कर रही है। FBI के ब्यूरो ऑफिस में पिछले 2 दिन के अंदर 100 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
ट्रम्प पर हमला बाइडेन के दो संबोधन
डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2 बार देश को संबोधित किया। पहला संबोधन 13 जुलाई को हमले के 18 घंटे बाद हुआ। इसमें बाइडेन ने कहा "मैंने ट्रम्प से बात की है। अमेरिका में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।"
बाइडेन ने कहा कि मामले की जांच अभी शुरुआती चरणों में है। हमें मकसद की कोई जानकारी नहीं है। इसलिए लोग अपनी थ्योरी न बनाएं। FBI और सीक्रेट सर्विस एजेंसियों को अपना काम करने दें।
हमारी कोशिश है कि इस हमले के बाद ट्रम्प को और अधिक सुरक्षा दी जाए। इसके लिए सीक्रेट सर्विस को निर्देश दिया गया है। बाइडेन ने बताया कि मैंने सीक्रेट सर्विस के डायरेक्टर को निर्देश दिया है कि कल से शुरू होने वाले रिपब्लिक पार्टी के नेशनल कन्वेंशन की सुरक्षा व्यवस्था का अच्छे से जायजा लिया जाए।