Select Date:

अब तक रहस्‍य ही बनी हुई है उ. अमेरिका और प. यूरोप में ज्‍यादा मौतों की वजह

Updated on 30-05-2020 07:17 PM
-वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं को सोचने पर किया मजबूर 
लंदन।कोरोना वायरस की वजह से एशियाई देशों के मुकाबले उत्‍तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में ज्‍यादा मौतों की वजह अब तक रहस्‍य ही बनी हुई है। दुनियाभर में संक्रमितों की जांच की अलग रणनीति, गणना के अलग तरीके और बताए जा रहे पुष्‍ट मामलों की संख्‍या पर उठे सवालों के बीच दुनियाभर में मृत्‍यु दर में बड़े अंतर ने वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
 वैज्ञानिकों का मानना है कि एशिया में ज्‍यादातर देशों ने खतरे को भांपते हुए समय रहते सोशल डिस्‍टेंसिंग  और लॉकडाउन जैसे नियमों को बड़े पैमाने पर लागू किया। इससे एशिया में मृत्‍यु दर कम रही है। हालांकि, वैज्ञानिक और शोधकर्ता इसके अलावा लोगों के जेनेटिक्‍स, इम्‍यून सिस्‍टम, अलग वायरस स्‍ट्रेंस में अंतर जैसे दूसरे पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं। चीन के वुहान शहर में सबसे पहले दिसंबर 2019 में कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चीन में अब तक 5,000 से कम लोगों की कोरोना वायरस (COVID-19) से मौत हुई है। इस आधार पर चीन में प्रति 10 लाख लोगों पर 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं, जापान में ये आंकड़ा 7 लोगों की मौत का है। वियतनाम, कंबोडिया और मंगोलिया का कहना है कि उनके यहां कोविड-19 से एक भी व्‍यक्ति की मौत नहीं हुई है।
 अब अगर जर्मनी का आंकड़ा देखें तो वहां हर 10 लाख लोगों में करीब 100 लोगों की कोविड-19 से मौत हुई है। वहीं, प्रति 10 लाख लोगों पर कनाडा में 180, अमेरिका में करीब 300 और ब्रिटेन, इटली व स्‍पेन में 500 से ज्‍यादा लोगों की मौत हुई है। जापान के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस से निपटने की योजना और दूसरे कारणों से पहले सभी क्षेत्रों के भौगोलिक अंतर पर विचार करना जरूरी है। सभी देशों के टेस्टिंग, रिपोर्टिंग और कंट्रोल करने के तरीकों में काफी अंतर है। इसके अलावा अलग-अलग देशों में हाइपरटेंशन, क्रॉनिक लंग्‍स डिजीज की दर में भी बड़ा अंतर है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में महामारी विशेषज्ञ जेफरी शमन का कहना है कि सभी देशों के टेस्टिंग, रिपोर्टिंग और कंट्रोल करने के तरीकों में काफी अंतर है। इसके अलावा अलग-अलग देशों में हाइपरटेंशन, क्रॉनिक लंग्‍स डिजीज की दर में भी बड़ा अंतर है. अमेरिका और पश्चिमी यूरोप में ऊंची मृत्‍यु दर का बड़ा कारण शुरुआत में वैश्विक महामारी के खतरों को नजरअंदाज करना भी माना जा रहा है. वहीं, एशियाई देशों ने सार्स और मर्स के अनुभवों के आधार पर कोरोना वायरस फैलना शुरू होने के साथ ही रोकथाम के ठोस कदम उठा लिए थे। इनमें वुहान से आने वाले हवाई यात्रियों की स्‍क्रीनिंग भी शामिल थी। दक्षिण कोरिया ने शुरुआत में ही टेस्टिंग, ट्रेसिंग और आइसोलेट करने की व्‍यापक योजना पर काम करना शुरू कर दिया था। लेकिन, जापान और भारत में मृत्‍यु दर कम रहने पर वैज्ञानिक आश्‍चर्य में हैं। पाकिस्‍तान और फिलीपींस को लेकर भी वैज्ञानिकों की सोच कुछ ऐसी है।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 04 November 2024
कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर दिया। हमलावरों के हाथों में खालिस्तानी झंडे थे। उन्होंने मंदिर में मौजूद लोगों…
 04 November 2024
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के पास 155 MM ट्रक-माउंटेड होवित्जर तोपों समेत दूसरे हथियारों की टेस्टिंग की है। हालांकि, ये टेस्टिंग कब हुई इसकी जानकारी अभी…
 04 November 2024
स्पेन में बाढ़ प्रभावित वेलेंसिया इलाके का दौरा करने गए किंग फिलिप और उनकी पत्नी क्वीन लेटिजिया पर लोगों ने कीचड़ फेंका। BBC के मुताबिक वहां मौजूद लोगों ने ‘हत्यारे’…
 04 November 2024
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से 2 दिन पहले एक गिलहरी चुनावी कैंपेन में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुई 'पीनट' नाम की गिलहरी को…
 02 November 2024
कनाडा की जासूसी एजेंसी कम्युनिकेशन सिक्योरिटी एस्टैब्लिशमेंट (CSE) ने खतरा पैदा करने वाले देशों की सूची में भारत को शामिल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहली बार है,…
 02 November 2024
अमेरिका ने 19 भारतीय कंपनियों पर रूस को डिफेंस से जुड़ा सामान उपलब्ध कराए जाने के आरोप लगाते हुए प्रतिबंध लगाए हैं। इन पर भारत ने शनिवार को सफाई दी…
 02 November 2024
भारत ने शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आरोप लगाने के लिए कनाडाई उच्चायोग को तलब किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार को कहा कि हमने…
 02 November 2024
8 सितंबर 1960 की बात है। डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जॉन एफ कैनेडी कैंपेन के लिए अमेरिका के ओरेगन राज्य पहुंचे। यहां समर्थकों ने उन्हें घेर लिया।अपने…
 01 November 2024
फेस्टिवल ऑफ लाइट्स यानी दिवाली के त्योहार को लेकर भारत समेत दुनिया भर में जश्न मनाया गया। इस दौरान दुनिया के प्रमुख नेताओं ने दिवाली का त्योहार मनाया और शुभकामनाएं…
Advertisement