यह ट्रेन तमिलनाडु के नीलगिरि पर्वतों से गुजरती है। यानी इसे टेड़े-मेढ़े पहाड़ी रास्तों से गुजरना पड़ता है। यह ट्रेन नीलिगरि हिल की तलहटी पर स्थित मेट्टूपलयम शहर से चलती है और खड़ी चढ़ाई से चलते हुए पहाड़ी शहर ऊटी तक जाती है। नीचे उतरते समय यह एक घंटा कम समय लेती है। हालांकि रोड के रास्ते इस यात्रा में बहुत कम समय लगता है।
तो फिर ट्रेन से पांच घंटे की यात्रा करने में क्या मजा है। यह ट्रेन 46 किमी की यात्रा में 16 सुरंगों, 250 पुलों और 208 घुमावदार मोड़ों से गुजरती है। यह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल है। इसमें सफर के दौरान पश्चिमी घाट के कई मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। यही वजह है कि इसमें सफर करना पूरी तरह पैसा वसूल है।
नीलगिरि माउंटेन रेलवे ट्रेन सुबह सात बजकर 10 मिनट पर मेट्टूपलयम से छूटती है और दोपहर 12 बजे ऊटी पहुंचती है। वापसी में यह दो बजे ऊटी से चलती है और शाम 5.35 बजे मेट्टूपलयम पहुंचती है। रास्ते में यह कुनूर, वेलिंगटन, अरावनकाडू, केट्टी और लवडेल से गुजरती है। इस दौरान यह 2203 मीटर तक की ऊंचाई तक जाती है।