इसके बाद जब मिसाइल इजरायल की तरफ बढ़ रही होती है तो कई रडार सिस्टम को उसे ट्रैक करना होता है। इसमें लाल सागर में अमेरिकी और इजरायली नौसेना के रडार, नेगेव में मौजूद लंबी दूरी का एक्स-बैंड रडार और अंत में एरो सिस्टम रडार शामिल है। यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह अभी साफ नहीं है कि मिसाइल का समय रहते पता लगाया गया था या नहीं और एरो सिस्टम इसे रोकने में क्यों नाकाम रहा?