बलौदाबाजार। राजधानी रायपुर में आयोजित गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में राज्यपाल रमेन डेका ने जिले के दो बच्चों, कुणाल कौशले और पोषण जायसवाल को उनकी वीरता, साहस और बुद्धिमत्ता के लिए राज्य वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। पुरस्कार स्वरूप उन्हें 25 हजार रुपये की राशि और प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया। इन बच्चों के अदम्य साहस और सूझबूझ के लिए राज्यपाल रमेन डेका ने उन्हें सम्मानित किया। बालकों के इस शौर्य एवं वीरता के लिए कलेक्टर दीपक सोनी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी टी जाटवर ने बधाई दी है। इस वीरतापूर्ण कार्य के लिए पूरे जिले में उनकी सराहना की जा रही है।
घटना 20 जून 2024 की है। नगर पंचायत पलारी के वार्ड क्र. 14 निवासी पप्पू ठाकुर अपने कार्य पर गए थे और उनकी पत्नी मायके में थीं, जिससे घर में कोई मौजूद नहीं था। घर के आंगन में स्थित तुलसी चौरा में जलते दीपक की लौ से खिड़की के पर्दे में आग लग गई, जो धीरे-धीरे पूरे कमरे में फैलने लगी। आग लगने के दौरान पास में खेल रहे कुणाल कौशले और पोषण जायसवाल ने धुआं उठते देखा। आस-पास कोई बड़ा व्यक्ति न देखकर, दोनों बच्चों ने सूझबूझ दिखाते हुए पत्थर से घर के ताले को तोड़ा और अंदर प्रवेश किया। स्थिति को भांपते हुए उन्होंने नजदीकी पानी टंकी से बाल्टी में पानी लाकर आग बुझाई, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। इस बहादुरी से न केवल घर की संपत्ति बची, बल्कि पप्पू ठाकुर और उनके परिवार को भी संभावित नुकसान से बचाया जा सका।