ईरान के चाबहार और रस्क शहर में आतंकी हमला हुआ है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इसमें 11 सुरक्षाकर्मियों और 16 आम नागरिकों की मौत हुई है। वहीं करीब 10 सिक्योरिटी अधिकारी घायल हुए हैं। ईरान के स्टेट मीडिया ने बताया कि हमला बुधवार रात को हुआ था। हालांकि इसकी जानकारी अब सामने आई है।
हमले को जैश-अल-अदल के आतंकियों ने अंजाम दिया। मरने वालों में 2 पुलिस अधिकारी, 2 बॉर्डर गार्ड्स और 7 सैनिक शामिल हैं। ईरान के डिप्टी आंतरिक मंत्री माजिद मीराहमादी ने बताया कि आतंकी चाबहार में मौजूद बॉर्डर गार्ड्स के हेडक्वार्टर पर कब्जा करना चाहते थे।
हालांकि वे अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। ईरान के मीडिया IRNA ने बताया कि इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) ने अब तक 15 आतंकियों को मार गिराया है।
पाकिस्तान ने आतंकी हमले की निंदा की
ईरान में हुए हमले की पाकिस्तान ने निंदा की है। पाकिस्तानी राजदूत मुदस्सिर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा, "ईरान पर हुए 2 आतंकी हमलों में कई सुरक्षा अधिकारी मारे गए। हम आतंक के खिलाफ लड़ाई में ईरान के साथ हैं।"
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के साथ लगी ईरान की सीमाओं पर लंबे समय से आतंकी हमले होते रहे हैं। इस दौरान कई बार ईरान के सैनिकों की सुन्नी आतंकवादियों और ड्रग्स तस्करों से झड़प भी हुई है। पिछले साल दिसंबर में आतंकियों ने ईरान के रस्क शहर में ही एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। इसमें 11 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी।
ईरान ने पाकिस्तान में जैश-अल-अदल के ठिकानों पर की थी एयरस्ट्राइक
ईरान ने 16 जनवरी को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जैश-अल-अदल आतंकी संगठन के 2 ठिकानों पर मिसाइल से हमला किया था। पाकिस्तान ने दावा किया था कि इस हमले में 2 बच्चों की मौत हो गई। इस हमले के अगले ही दिन पाकिस्तान ने ईरान में बलूच लिबरेशन आर्मी के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। पाक ने दावा किया था कि सिस्तान-बलूचिस्तान में एयरस्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए।
ईरान एक शिया बहुल देश है। ऐसे में पाकिस्तान के सुन्नी संगठन ईरान का विरोध करते रहे हैं। इन्हीं में से एक है बलूचिस्तान का जैश अल अदल संगठन। इसके आतंकी कई बार ईरान की सीमा में घुसकर वहां की सेना पर हमले कर चुके हैं। जैश अल अदल के ज्यादातर आतंकी दूसरे पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से आए हैं।
2021 में भी की थी ईरान ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक
2021 में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ईरानी सेना के कमांडोज ने 2 फरवरी 2021 की रात पाकिस्तान में दाखिल होकर एक सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। दरअसल, जैश-अल अदल ने ईरान के दो सैनिकों को अगवा कर लिया था। इनको छुड़ाने के लिए कमांडोज ने ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
जैश अल अदल ने फरवरी 2019 में भी ईरानी सैनिकों की बस पर हमला किया था। इस हमले में कई ईरानी सैनिक मारे गए थे और दर्जनों घायल हुए थे। अक्टूबर 2018 में इस आतंकवादी संगठन ने 14 ईरानी सैनिकों का अपहरण भी कर लिया था। ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के मीरजावेह बॉर्डर पर इस घटना को अंजाम दिया गया था। इनमें से 5 सैनिकों को एक महीने बाद छोड़ दिया गया था।
कहा जाता है कि बाद में ईरानी कमांडोज ने एक सीक्रेट ऑपरेशन में इन सैनिकों को न सिर्फ छुड़ा लिया था, बल्कि जैश-अल-अदल के कई आतंकियों को मार भी गिराया था। इसकी पुष्टि पाकिस्तान में मौजूद ईरान के राजदूत ने भी की थी।