इसके पहले पिछले साल तालिबान ने भारतीय दूतावास में अपना प्रतिनिधि नियुक्त करने की कोशिश की थी। मई 2023 में तालिबान सरकार ने चार्ज डी अफेयर नियुक्त किया था, लेकिन नई दिल्ली के स्थानीय कर्मचारियों ने दूतावास के गेटों को बंद कर दिया और काबुल का पत्र लेकर आ रहे कादिर शाह के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। इसके कुछ महीने बाद सितम्बर 2023 में अफगानिस्तान के पिछले शासन से नियुक्त राजदूत फरीद मामुंदजई ने भारत छोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने नई दिल्ली पर तालिबान के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाया था।