ईरान को रूस के साथ बढ़ते सैन्य सहयोग से लाभ साफ दिखता है लेकिन यह जोखिम से खाली नहीं है। ईरान को अमेरिका और पश्चिम के नए प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है तो रूस को भी सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे खाड़ी देशों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। इस सबके बावजूद ईरान अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाते हुए क्षेत्र में बड़ी ताकत बनने पर ध्यान दे रहा है।