नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश से पहला टेस्ट मैच जीतकर डब्ल्यूटीसी फाइनल की रेस में लंबी छलांग लगाई है. अफ्रीकी टीम ने बांग्लादेश को पहले टेस्ट मैच में 3 विकेट से हराया. मेजबान बांग्लादेश ने मेहमान टीम को जीत के लिए 106 रन का लक्ष्य दिया था, जो दक्षिण अफ्रीका ने आसानी से हासिल कर लिया. इसके साथ ही उसने 2 मैचों की सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त बना ली है.
दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट मैच मीरपुर में खेला गया. दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश को पहली पारी में 106 रन समेटा. इसके बाद उसने अपनी पहली पारी में 308 रन बनाए. इस तरह उसे 202 रन की लीड मिली. बांग्लादेश ने इसके बाद दूसरी पारी में सुधरा प्रदर्शन किया. उसने मेहदी हसन मिराज (97) की बदौलत दूसरी पारी में 307 रन बना. लेकिन यह ऐसा स्कोर नहीं था कि दक्षिण अफ्रीका को तंग किया जा सके.
दक्षिण अफ्रीका का एशियाई देशों में चौथी पारी में बैटिंग का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. उसकी छवि भी चोकर्स की रही है. ऐसे में बांग्लादेश के फैंस उम्मीद कर रहे थे कि उनकी टीम शायद कोई कमाल करे. लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने इस बार उसे कोई मौका नहीं दिया. उसने 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. यह सिर्फ तीसरा मौका है जब दक्षिण अफ्रीका ने एशियन पिचों पर 100 रन से बड़ा लक्ष्य हासिल किया है. उसने इससे पहले 2008 में बांग्लादेश के खिलाफ ही मीरपुर में 205 रन का लक्ष्य हासिल किया था.
छठे से चौथे नंबर पर पहुंची अफ्रीकी टीम
दक्षिण अफ्रीका की टीम को इस जीत से 12 अंक का फायदा हुआ है. अब डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में 40 अंक और 47.62 विनिंग परसेंट हैं. अब वह पॉइंट टेबल में चौथे नंबर पर है. दक्षिण अफ्रीका इस मैच से पहले 38.89 विनिंग परसेंट के साथ छठे नंबर पर था. अफ्रीकी टीम ने इस जीत के बाद न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को पीछे छोड़ दिया है.
भारत पॉइंट टेबल में पहले नंबर पर
भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में 98 अंक और 68.06 विनिंग परसेंट के साथ पहले नंबर पर है. ऑस्ट्रेलिया (62.50 विनिंग परसेंट) दूसरे और श्रीलंका (55.56) तीसरे नंबर पर हैं. इन तीनों टीमों के बाद दक्षिण अफ्रीका चौथे नंबर पर है. चारों टीमों के बीच ठीक-ठाक अंतर है. लेकिन यह अंतर हर मैच के साथ बदल रहा है. ऐसे में भारतीय टीम के लिए न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट मैच में हराना जरूरी हो गया है. अगर भारतीय टीम मैच नहीं जीत पाती तो इससे दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका जैसी टीमों के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल के रास्ते खुल सकते हैं.