ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे ब्रिटेन के किंग चार्ल्स का विरोध का सामना करना पड़ा है। किंग चार्ल्स सोमवार को ऑस्ट्रेलियाई संसद में भाषण देने पहुंचे थे। इस दौरान एक मूलनिवासी सीनेटर ने उनके विरोध में नारे लगाते हुए कहा कि आप हमारे राजा नहीं है।
सीनेटर लीडिया थॉर्प ने कहा, आप हत्यारे हैं आपने हमारे लोगों का नरसंहार किया है। इस दौरान लीडिया ने किंग चार्ल्स से मूलनिवासियों को उनकी जमीने, पूर्वजों की अस्थियां और कलाकृतियों को वापस लौटाने को कहा। लीडिया ने नारेबाजी करते हुए कहा कि ब्रिटिश साम्राज्य ने उनकी जमीन को बर्बाद कर दिया है।
पारंपरिक कपड़ों में पहुंचीं थी लीडिया
किंग चार्ल्स के विरोध में उतरी लीडिया पारंपरिक कपड़े पहनकर संसद पहुंची थी। नारेबाजी के बाद सुरक्षा अधिकारी उन्हें संसद से बाहर ले गए। संसद के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान लीडिया ने कहा कि जब तक किंग ऑस्ट्रेलिया के औपचारिक प्रमुख बने हुए हैं, हम ब्रिटिश साम्राज्य का विरोध करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसी दूसरे देश का राजा हमें आदेश नहीं दे सकता है। लीडिया थॉर्प, ऑस्ट्रलिया के विक्टोरिया राज्य से स्वतंत्र सीनेटर हैं। वे ब्रिटिश राजतंत्र के खिलाफ मुखर रहने के लिए जानती जाती हैं। 2022 में सीनेटर के तौर पर शपथ लेने के दौरान उन्होंने ब्रिटिश किंग को "उपनिवेशवादी महामहिम" कहकर संबोधित किया था। इसके बाद उनसे दोबारा शपथ लेने के लिए कहा गया था। किंग चार्ल्स कैंसर से ठीक होने के बाद पहली बार विदेशी दौरे पर हैं। इस दौरे पर उनकी पत्नी क्वीन कैमिला भी साथ पहुंची है।
1986 में आजादी मिली, लेकिन राजशाही बरकरार
ऑस्ट्रेलिया को 1986 में आजादी मिल गई थी। लेकिन वहां अभी भी संवैधानिक तौर पर राजशाही है। ऑस्ट्रलिया में ब्रिटिश राजा को औपचारिक रूप से देश का प्रमुख माना जाता है। हालाँकि, 1999 के जनमत संग्रह में ऑस्ट्रेलियाई जनता ने ऑस्ट्रलिया को ब्रिटिश साम्राज्य का डोमेनियन स्टेट बनाने का प्रस्ताव खारिज कर दिया था।
2022 में क्वीन एलिज़ाबेथ II के निधन के बाद ब्रिटिश साम्राज्य से सम्बन्ध खत्म करने की बहस ने फिर से जोर पकड़ा है।