पाकिस्तान पर मंडराया भारी जुर्माने का खतरा
पाकिस्तान के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने संसद में दिए अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान ने ईरान को इस गैस डील को सस्पेंड करने के लिए बता दिया है। पाकिस्तानी मंत्री ने एक सांसद के सवाल के जवाब में यह बयान दिया था। मंत्री मलिक ने अपनी मजबूरी गिनाते हुए कहा कि ईरान के खिलाफ लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की वजह से ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन प्रॉजेक्ट ठप पड़ गया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रतिबंध हटते हैं तो इस परियोजना को फिर से शुरू किया जा सकता है।
पाकिस्तान के इस फैसले के बाद अब उस पर 18 अरब डॉलर के जुर्माने का खतरा मंडराने लगा है। वह भी तब जब खुद पाकिस्तान डिफॉल्ट होने की कगार पर है और इस साल उसे अरबों डॉलर का विदेशी कर्ज लौटाना है। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान की यात्रा की थी और इस गैस परियोजना को पूरा करने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि यह परियोजना ईरान और पाकिस्तान दोनों के ही राष्ट्रीय हित में है। ईरान का दावा है कि उसने इस प्रॉजेक्ट के तहत अपनी तरफ के 1,150 किमी लंबे गैस पाइपलाइन का निर्माण पूरा कर लिया है। अब पाकिस्तान के झटके से ईरान का भड़कना तय माना जा रहा है।