विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि दो साल पहले रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान PM मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात कर यह सुनिश्चित किया था कि युद्ध प्रभावित इलाकों में से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाला जा सके।
मुंबई में मीडिया हाउस के संपादकों से बातचीत में जयशंकर ने बताया कि भारतीय छात्रों को वहां से निकालने का घटनाक्रम कैसे चला। उन्होंने कहा कि PM मोदी ने खार्किव और सुमी से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए पुतिन को दो बार और जेलेंस्की को एक बार कॉल किया था।
जयशंकर बोले- PM ने पुतिन से पूछा कि आप सेफ जोन पर कैसे फायरिंग की सकते हैं
जयशंकर ने कहा कि दो घटनाएं थीं। एक खार्किव में और एक सुमी में। खार्किव वाले घटनाक्रम में हमने स्टूडेंट्स से कहा था कि वे शहर से बाहर आकर एक तय जगह पर पहुंच जाएं जहां से उन्हें पिक किया जा सके। सब कुछ सेट था, स्टूडेंट्स ने उस जगह पहुंचना शुरू कर दिया, लेकिन तभी किसी गलतफहमी की वजह से रूसी सेना ने उस जगह पर फायरिंग शुरू कर दी, जहां हमने अपने छात्रों को जुटने के लिए कहा था।
जयशंकर ने बताया कि तब PM मोदी ने पुतिन को फोन किया और उन्हें बताया कि हमारे लोगों ने एक सेफ जोन बनाया है और मोदी ने पुतिन से पूछा कि आप सेफ जोन पर फायर कैसे कर सकते हैं। इसके बाद पुतिन ने कहा कि इसे लेकर वे कुछ करेंगे। दो-तीन घंटे बाद हमें मैसेज मिला कि फायरिंग रुक गई है।
जयशंकर बोले- PM ने पुतिन से पूछा कि आप सेफ जोन पर कैसे फायरिंग की सकते हैं
जयशंकर ने कहा कि दो घटनाएं थीं। एक खार्किव में और एक सुमी में। खार्किव वाले घटनाक्रम में हमने स्टूडेंट्स से कहा था कि वे शहर से बाहर आकर एक तय जगह पर पहुंच जाएं जहां से उन्हें पिक किया जा सके। सब कुछ सेट था, स्टूडेंट्स ने उस जगह पहुंचना शुरू कर दिया, लेकिन तभी किसी गलतफहमी की वजह से रूसी सेना ने उस जगह पर फायरिंग शुरू कर दी, जहां हमने अपने छात्रों को जुटने के लिए कहा था।
जयशंकर ने बताया कि तब PM मोदी ने पुतिन को फोन किया और उन्हें बताया कि हमारे लोगों ने एक सेफ जोन बनाया है और मोदी ने पुतिन से पूछा कि आप सेफ जोन पर फायर कैसे कर सकते हैं। इसके बाद पुतिन ने कहा कि इसे लेकर वे कुछ करेंगे। दो-तीन घंटे बाद हमें मैसेज मिला कि फायरिंग रुक गई है।
जयशंकर बोले- सुमी से छात्रों को निकालने के लिए PM ने पुतिन और जेलेंस्की को फोन किया
इसके बाद हमने दिल्ली से दो रूसी वॉलंटियर्स भेजे। इन वॉलंटियर्स ने कहा कि वे स्टूडेंट्स से मिलेंगे और उन्हें बाहर निकालेंगे, लेकिन उन्हें एक रास्ते की जरूरत होगी। इसके लिए हमें पूरे रास्ते पर फायरिंग न होने के एग्रीमेंट की जरूरत थी, न कि किसी एक जगह पर फायरिंग रुकने की।
इसके बाद PM मोदी ने पुतिन और जेलेंस्की दोनों को फोन किया और उन्हें बताया कि हमने ये रास्ता बनाया है और उन्हें स्टूडेंट्स को वहां से निकालना है। पुतिन और जेलेंस्की दोनों इसके लिए तैयार हो गए। जब PM ने इन नेताओं से बात की, तो मैं वहीं था इसलिए मुझे पता है।
रूस-यूक्रेन जंग को 2 साल पूरे
फरवरी 2024 में रूस-यूक्रेन जंग को 2 साल पूरे हो गए। अमेरिका के आंकड़ों के मुताबिक जंग में अब तक रूस के 1 लाख 20 हजार और यूक्रेन के 42 हजार सैनिक मारे जा चुके हैं। यूक्रेन के 5 बड़े शहरों पर रूस का कब्जा है।
दोनों देश समझौते को तैयार नहीं हैं। यूक्रेन का कहना है कि जब तक रूस उसके राज्यों से कब्जा नहीं हटा लेता है वो हमले जारी रखेंगे। जबकि रूस यूक्रेनी राज्यों से कब्जा नहीं छोड़ना चाहता।