ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऋषि सुनक की जगह पार्टी की कमान लेने किए 6 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। इसके लिए 3 महीने तक इनके बीच मुकाबला होगा।
कंजर्वेटिव पार्टी को 4 जुलाई को हुए चुनाव में करारी हार मिली थी। इस वजह से वे 14 साल की सत्ता गंवा बैठे थे। चुनाव के बाद सुनक ने पार्टी चीफ के पद से इस्तीफा नहीं दिया था। वे संसद में विपक्ष के नेता हैं।
31 अक्टूबर को पार्टी चीफ चुनने के लिए चुनाव होगा जिसका परिणाम 2 नवंबर को आएगा। सुनक की जगह लेने के लिए एक भारतवंशी प्रत्याशी प्रीति पटेल भी रेस में हैं। प्रीति पटेल का मुकाबला केमी बेडनॉच, रॉबर्ट जेनरिक, जेम्स क्लेवरली, टॉम टुगेन्डहाट और मेल स्ट्राइड से होगा।
बोरिस जॉनसन खेमे की नेता हैं प्रीति
प्रीति पटेल 2010 में पहली बार एसेक्स के विथेम से कंजर्वेटिव सांसद बनी थीं। जून 2014 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकतरफा रिपोर्टिंग के लिए BBC की कड़ी आलोचना की थी। इस दौरान भारत में उनकी खूब चर्चा हुई थी। प्रीति गुजराती मूल की हैं और पीएम मोदी की समर्थक मानी जाती हैं।
प्रीति का जन्म 29 मार्च 1972 को लंदन में हुआ था। उनके माता-पिता 1960 में युगांडा से ब्रिटेन जाकर बसे थे। प्रीति ने कील यूनिवर्सिटी से इकोनोमी में ग्रेजुएशन और एसेक्स यूनिवर्सिटी से पोस्टग्रेजुएशन किया है।
प्रीति पटेल बोरिस जॉनसन खेमे की नेता रही हैं और सुनक की विरोधी नेता मानी जाती हैं। प्रीति, बोरिस जॉनसन सरकार में गृहमंत्री रह चुकी हैं। प्रीति राइटविंग विचारधारा की नेता हैं। इमिग्रेशन और कानून व्यवस्था पर अपने सख्त रुख के लिए जानी जाती हैं। प्रीति पटेल को राइटविंग के बड़े हिस्से का समर्थन हासिल है।
नाइजीरिया में पली बढ़ीं बेडेनॉच देंगी प्रीति को टक्कर
प्रीति पटेल के अलावा रेस में दूसरी महिला केमी बेडेनॉच हैं। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद लिज ट्रस और ऋषि सुनक के साथ बेडेनॉच भी पीएम पद की दावेदार थीं। अब सुनक की जगह लेने के लिए बेडेनॉच सट्टेबाजों की पसंदीदा उम्मीदवार हैं। वह नाइजीरिया और अमेरिका में पली-बढ़ी हैं।
दो धड़े में बंटी पार्टी को एक कर सकते हैं जेनरिक
रॉबर्ट जेनरिक को इमिग्रेशन से जुड़े मुद्दों को संभालने का अनुभव है। वे हाउसिंग सेकेट्री थे लेकिन साल 2021 में उन्हें बोरिस जॉनसन ने मंत्री पद से हटा दिया था। वे पार्टी को फिर से सत्ता दिलाने के लिए कंजर्वेटिव पार्टी में पूरी तरह से बदलाव लाना चाहते हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे राइटविंग और सेंट्रिस्ट विचारधारा के बीच बंट चुकी पार्टी को एकजुट कर सकते हैं।
जेम्स क्लेवरली का दावा भी मजबूत
जेम्स क्लेवरली पहले देश के विदेश मंत्री, गृहमंत्री और शिक्षा मंत्री का पद संभाल चुके हैं। डिप्लोमेसी में उन्हें महारत हासिल है। यही वजह है कि लिज ट्रस, ऋषि सुनक और बोरिस जॉनसन तीनों ने ही उन्हें अहम पद दिया था। क्लेवरली कंजर्वेटिव पार्टी को कट्टर दक्षिणपंथी एजेंडे से दूर रखने के हिमायती हैं।
PM के दावेदार रहे टुगेंडहट बन सकते हैं विपक्षी नेता
टॉम टुगेंडहट कंजर्वेटिव के पास भी अच्छा खासा अनुभव है। 2022 के चुनाव में टुगेंडहट ने ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बनने के लिए सपोर्ट किया था। वे अफगानिस्तान और इराक में टेरिटोरियल आर्मी के अफसर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। कई सालों से उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जाता रहा है। अब उनके पास विपक्षी नेता बनने का अवसर है।
सुनक के बेहद करीबी हैं मेल स्ट्राइड
मेल स्ट्राइड 2010 से कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद हैं। वे ऋषि सुनक के करीबी माने जाते हैं। मीडिया के पसंदीदा चेहरे हैं। चुनाव से पहले ही उन्होंने लेबर पार्टी के जीतने की भविष्यवाणी कर दी थी। हालांकि उनके जीतने की उम्मीद कम मानी जा रही है।
कंजर्वेटिव पार्टी की बड़ी नेता सुएला ब्रेवरमैन ने विपक्षी नेता का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। लेकिन उन्होंने पार्टी में रिफॉर्म UK पार्टी के नेता नाइजल फराज को कंजर्वेटिव पार्टी में शामिल कराने की अपील की है।