अफ्रीका में क्या कर रहे हैं वैगनर लड़ाके ?
इस वीडियो में एक फोन नंबर भी है ताकि जो लोग वैगनर में शामिल होना चाहते हैं, वे संपर्क कर सकें। रूस में दो महीने पहले असफल विद्रोह के बाद वैगनर और प्रिगोझिन का भविष्य अंधकारमय हो गया था। रूस ने कहा था कि प्रिगोझिन और उसके कई सैनिकों ने यूक्रेन युद्ध की सबसे भीषण लड़ाई लड़ी थी। वे अब बेलारूस के लिए जाएंगे। रूस के खिलाफ विद्रोह के बाद वैगनर लड़ाके बेलारूस चले गए थे। ये लड़ाके बेलारूस की सेना को अब ट्रेनिंग दे रहे हैं।जुलाई में प्रिगोझिन ने कहा था कि वैगनर अब अफ्रीका में अपनी मौजूदगी बढ़ाने जा रहा है। प्रिगोझिन ने अपने विद्रोह के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 23 साल से चली आ रही सत्ता को बड़ी चुनौती दे दी थी। वैगनर चीफ ने कहा कि उनकी निजी सेना निगरानी और तलाशी अभियान (अफ्रीका में) चला रही है। रूसी सोशल मीडिया चैनल्स के मुताबिक प्रिगोझिन अफ्रीका के लिए और लड़ाकुओं की भर्ती करना चाहता है। यही नहीं वैगनर चीफ रूस के निवेशकों को बुला रहा है ताकि वे सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक में निवेश कर सकें। रूस वैगनर के जरिए अफ्रीका में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है।