भारत का पासपोर्ट कमजोर होता नजर आ रहा है। पासपोर्ट रैंकिंग जारी करने वाले ऑर्गेनाइजेशन हेनली एंड पार्टनर्स ने 2024 के लिए पासपोर्ट इंडेक्स जारी किया है।
रैंकिंग में भारत 5 पायदान फिसलकर 85वें स्थान पर आ गया है। 2023 में भारत 80वें स्थान पर था। हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल भारतीय 5 ज्यादा देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। 2023 में भारत के लोग 57 देशों में बिना वीजा ट्रैवल कर सकते थे, जबकि इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 62 हो गया है।
वहीं, दुनिया में 6 देशों के पास सबसे पावरफुल पासपोर्ट है। इनमें जापान, सिंगापुर, स्पेन, फ्रांस, इटली और जर्मनी शामिल हैं। ये रैंकिंग इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के डेटा पर आधारित है।
सिर्फ 34 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते पाकिस्तानी
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के पास दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है। पाकिस्तान की पासपोर्ट रैंकिंग 106 है। यहां के नागरिक 34 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। करीब 2 साल से जारी जंग के बावजूद यूक्रेन का पासपोर्ट न सिर्फ भारत, बल्कि रूस के पासपोर्ट से भी ज्यादा पावरफुल है।
हेनली एंड पार्टनर्स की रैंकिंग में यूक्रेन के पासपोर्ट को 31वां स्थान मिला है। यहां के नागरिक 148 देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। वहीं रूस के पासपोर्ट की रैंकिंग 53 है। रूसी नागरिक 119 देशों में बिना वीजा के जा सकते हैं। 3 महीने से हमास के साथ युद्ध लड़ रहे इजराइल की पासपोर्ट रैंकिंग 20 है।
टॉप 5 रैंकिंग में सबसे ज्यादा यूरोपीय देश
पासपोर्ट रैंकिंग में शुरुआती 5 पायदान पर यूरोपियन देशों का दबदबा है। इसमें दूसरे स्थान पर फिनलैंड, स्वीडन और साउथ कोरिया हैं, जिनके नागरिक बना वीजा के 193 देशों में ट्रैवल कर सकते हैं। वहीं ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड के पासपोर्ट को थर्ड रैंकिंग मिली है।
पावरफुल पासपोर्ट के मामले में सबसे ऊंची छलांग UAE ने लगाई है। इस देश ने 2014 के बाद से अपने वीजा-फ्री स्कोर में 106 देशों को जोड़ा है, जिसके साथ 2024 के फर्स्ट हाफ के लिए UAE की पासपोर्ट रैंकिंग 12 रही है। वहीं अमेरिका का पासपोर्ट छठे और ब्रिटेन का तीसरे स्थान पर है। चीन की पासपोर्ट रैंकिंग 64 है।
अफगानिस्तान का पासपोर्ट सबसे कमजोर
अफगानिस्तान का पासपोर्ट 109th रैंक के साथ दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट है। हेनली एंड पार्टनर्स के चेयरमैन क्रिश्चियन कैलिन ने कहा- 2006 की तुलना में अब यात्री दोगुने देशों में वीजा फ्री ट्रैवल कर सकते हैं। 2006 में औसत तौर पर यात्रियों के पास 58 देशों में बिना वीजा ट्रैवल करने की मंजूरी थी। 2024 में यह संख्या बढ़कर 111 हो गई है।
कैसे तय होती है रैंकिंग
साल में दो बार यह रैंकिंग जारी की जाती है। पहली बार जनवरी और दूसरी बार जुलाई में इंडेक्स जारी किए जाते हैं। हेनली पासपोर्ट वीजा इंडेक्स की वेबसाइट के मुताबिक पूरे साल रियल टाइम डेटा अपडेट किया जाता है। वीजा पॉलिसी में बदलाव भी ध्यान में रखे जाते हैं।
रैंकिंग इस आधार पर तय की जाती है कि किसी देश का पासपोर्ट होल्डर कितने दूसरे देशों में बिना पूर्व वीजा (prior visa) हासिल किए यात्रा कर सकता है। इसके लिए उसे पहले से वीजा लेने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा कई देश वीजा फ्री ट्रैवल का ऑप्शन भी देते हैं। इसका मतलब यह है कि उस देश में कुछ खास देशों के लोग बिना वीजा के भी जा सकते हैं। हालांकि इसकी शर्तें तय रहती हैं।
पासपोर्ट क्या है...
पासपोर्ट या पारपत्र किसी सरकार से जारी वह डॉक्यूमेंट होता है जो इंटरनेशनल यानी अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए उसके होल्डर की पहचान कराता है और राष्ट्रीयता को वैरिफाई करता है।
पासपोर्ट एक ऐसा डॉक्यूमेंट है जिसका इस्तेमाल इंटरनेशनल टूर करने के लिए किया जाता है। पासपोर्ट के जरिए आप एक देश से दूसरे देश की यात्रा आसानी से बिना किसी रोक-टोक के कर सकते है। पासपोर्ट किसी व्यक्ति की पहचान के लिए एक वैलिड प्रूफ होता है। पासपोर्ट की मदद से व्यक्ति की पहचान की जा सकती है।