अहम बातें
- C-KYC से पर्सनल डेटा लेने के लिए हर बार ग्राहक से OTP से मंजूरी लेनी होगी।
- पहले सिर्फ SMS से जानकारी मिलती थी।
- सेफ्टी के लिए इसे एक अच्छा और जरूरी कदम माना जा रहा है।
- इससे C-KYC डेटाबेस का इस्तेमाल ज्यादा होगा।
- सरकार ने बैंकों को C-KYC डेटा को ही मुख्य डेटा सोर्स मानने का निर्देश दिया है।
- सरकार डेटा बेरिफिकेशन के लिए इसे एक भरोसेमंद प्लैटफॉर्म बनाना चाहती है।
- फाइनैंशल कंपनियों का कहना है कि ये नया नियम दिक्कते पैदा कर सकता है।
- इससे जानकारी के लेन-देन में, नए कस्टमर जोड़ने और सर्विस देने में मुश्किल आ सकती है।