नॉर्थ कोरिया जल्द ही एक जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी में है। नॉर्थ कोरिया ने खुद जापान को ये सूचना दी है। इसकी पुष्टि करते हुए जापान कोस्ट गार्ड ने बताया कि नॉर्थ कोरिया 28 मई से 4 जून के बीच सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है। हालांकि, नॉर्थ कोरिया ने इस लॉन्चिंग की कोई तारीख नहीं बताई है।
न्यूज एजेंसी AP की रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया ने सैटेलाइट लॉन्चिंग की जानकारी जापान को इसलिए दी है, क्योंकि जापानी कोस्टगार्ड पूर्वी एशिया में मेरीटाइम सेफ्टी इन्फॉर्मेशन को साझा करता है।
साउथ कोरिया, जापान और चीन के नेता सोमवार को अपनी पहली त्रिपक्षीय बैठक के लिए एकजुट हुए थे। इस दौरान नॉर्थ कोरिया के इस कदम की जानकारी सामने आई। जापानी PM फुमियो किशिदा ने अमेरिका, साउथ कोरिया और अन्य देशों से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है। उन्होंने कहा ये देश इस लॉन्चिंग टालने की कोशिश करें। साथ ही किसी इमरजेंसी की हालत में तैयार रहने और उचित कदम उठाने के लिए तैयार रहें।
साउथ कोरिया की सेना ने भी की पुष्टि
साउथ कोरिया की सेना ने भी इसकी पुष्टि की है कि उसे जानकारी मिली है कि नॉर्थ कोरिया जासूसी सैटेलाइट सॉन्च करने की तैयारी में है। वह नॉर्थ-वेस्ट में स्थित तोंगचांगरी लॉन्च फैसिलिटी से सैटलाइट लॉन्च करेगा। इस साल की शुरुआत में नॉर्थ कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन ने ऐलान किया था कि वे 2024 में 3 जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
इससे पहले नवंबर में नॉर्थ कोरिया ने पहला जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया था। ये लॉन्चिंग तीसरे प्रयास में सफल हुई थी। तब कहा गया था कि नॉर्थ कोरिया इस सैटेलाइट के जरिए अमेरिका और साउथ कोरिया की सैन्य कार्रवाई पर नजर रख पाएगा।
नॉर्थ कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने लगाए हैं प्रतिबंध
संयुक्त राष्ट्र ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु, बैलिस्टिक मिसाइलों सहित सैटेलाइट लॉन्चिंग को लेकर प्रतिबंध लगाया हुआ है। इसके बावजूद वह लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया 2022 से लेकर अब तक 100 से ज्यादा मिसाइलों की टेस्टिंग कर चुका है।
हालांकि नॉर्थ कोरिया का मानना है कि उसे उपग्रहों की लॉन्चिंग करने और मिसाइलों का परीक्षण करने का अधिकार है। नॉर्थ कोरिया का कहना है कि जासूसी सैटेलाइट की लॉन्चिंग से उसे अमेरिका और दक्षिण कोरिया की गतिविधियों पर बेहतर निगरानी रखने में मदद मिलेगी। साथ ही इसके साथ ही उसकी परमाणु मिसाइलों के सटीक हमले की क्षमता बढ़ेगी।
फोन पर हुई बातचीत में अमेरिका, जापान और साउथ कोरिया के राजदूत इस बात पर सहमत हुए कि नॉर्थ कोरिया को ये लॉन्चिंग टाल देनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि नॉर्थ कोरिया सैटेलाइट का परीक्षण करता है तो इससे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कई प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा।