रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की 16 फरवरी को जेल में मौत हो गई थी। यह दावा रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने किया था। अब रूस पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘नोवाया यूरोप’ ने नवलनी के साथ जेल में रहे एक कैदी के हवाले से नया दावा किया है।
इसके मुताबिक नवलनी की मौत की जानकारी भले ही 16 फरवरी को दी गई, लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी मौत काफी पहले ही हो चुकी थी। सबसे पहले वहां से तमाम सबूत मिटाए गए और इसके बाद दुनिया को नवलनी की मौत के बारे में जानकारी दी गई। एंटी करप्शन एक्टिविस्ट नवलनी रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में कैद थे।
IK-3 में कैद थे नवलनी
पोलर वुल्फ जेल को रूस में IK-3 पीनल कॉलोनी कहा जाता है। यहां के किसी कैदी से संपर्क करना बेहद मुश्किल है। इसके लिए मॉस्को में मौजूद व्लादिमिर पुतिन सरकार से स्पेशल परमिशन लेनी होती है। नोवाया यूरोप वेबसाइट का दावा है कि उसने नवलनी के करीब की बैरक में कैद एक बंदी से संपर्क किया और उससे यह जानना चाहा कि नवलनी की मौत कैसे, किन हालात में हुई और उसके बाद क्या हुआ।
जवाब में इस कैदी ने कहा- हालात बहुत रहस्यमयी थे। आमतौर पर उस जेल में हालात बिल्कुल नॉर्मल रहते हैं, लेकिन नवलनी की मौत का ऐलान किए जाने से एक रात पहले स्थिति बिल्कुल अलग थी।
इस कैदी ने बताया- आमतौर पर उस जेल में बैरकों की चेकिंग नहीं होती। अगर कभी मॉस्को से कोई टीम चेकिंग के लिए आती भी है तो शेड्यूल तय रहता है और कई बार तो हमें एक महीने पहले ही इसकी जानकारी वहां का स्टाफ दे देता है। हम मोबाइल फोन, हीटर और ऐसी ही कई चीजें आसानी से इस्तेमाल करते हैं, लेकिन 15 फरवरी की शाम अचानक स्टाफ आया और हर चीज को हटा दिया गया।
इस कैदी के मुताबिक उस दिन कैदियों की गिनती भी नहीं हुई। सभी को बैरक में बंद कर दिया गया और बाहर की तमाम लाइट्स बंद कर दी गईं। हर बैरक के बाहर गार्ड तैनात कर दिए गए। हालांकि अगले दिन शनिवार की छुट्टी थी और आमतौर पर उस दिन गार्ड्स और कैदी कुछ न कुछ सेलिब्रेशन करते हैं।
रात में सिर्फ गाड़ियों की आवाज
इस कैदी ने आगे कहा- उस रात कुछ तो अलग था। अचानक कई गाड़ियों की आवाज आने लगी। बाहर सिर्फ खिड़कियों से देखा जा सकता था। इन्हें बंद कर दिया गया और तमाम लाइट्स भी ऑफ थीं। ये जरूर लग रहा था कि कुछ हुआ है। पूरी रात गाड़ियों के आने-जाने की आवाजें आती रहीं। सिर्फ सुबह एक बार एंबुलेंस के सायरन की आवाज आई। कुछ देर बाद हमें पता लगा कि नवलनी की मौत हो चुकी है।
इस कैदी का नाम नहीं बताया गया है। वो आगे कहता है- हालात और वहां हो रहे एक्शन से मुझे लगा कि नवलनी की मौत उस दिन नहीं, बल्कि काफी पहले ही हो चुकी थी। उस रात तो सिर्फ सबूत मिटाने की कवायद थी। इसके अलावा एक हैरानी वाली बात सभी कैदियों ने नोट की। दरअसल, नवलनी की मौत का जैसे ही ऐलान हुआ, उस जेल के चीफ वॉर्डन और सिक्योरिटी ऑपरेशन हेड के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था। वो बहुत घबराए हुए थे।
इस कैदी ने कहा- कुछ देर बाद हमें बताया गया कि मॉस्को से जेल एडमिनिस्ट्रेशन के आला अफसर आ रहे हैं। वो आए, लेकिन सिर्फ नवलनी की बैरक में गए। रिपोर्ट के मुताबिक यह तय है कि उस जेल के वॉर्डन वादिम कालिनिन और उनके जूनियर्स को कुछ ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था, जो हकीकत में वो करना नहीं चाहते थे।
अब तक क्या सामने आया
नवलनी की जेल में मौत की खबर रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी तास ने दी थी। वो रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में कैद थे। उनकी मौत रूस में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक महीने पहले हुई है।
रूस में 15 से 17 मार्च तक चुनाव होंगे। नवलनी को 2021 में 19 साल कैद की सजा सुनाई गई थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बताया था कि राष्ट्रपति पुतिन को विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी की मौत की जानकारी दी गई।
2 महीने पहले यानी दिसंबर में उनके पोलर वुल्फ जेल में कैद होने की बात सामने आई थी। इससे पहले वो 2 हफ्ते गायब थे। आर्कटिक की जिस जेल में उन्हें रखा गया था वहां पारा -28 डिग्री तक जाता है। उनके वकील ने कहा था कि उन्हें चुनाव से दूर रखने के लिए आर्कटिक की जेल में भेजा गया था।
रूस के जेल अधिकारियों ने कहा- नवलनी 16 फरवरी को बेहोश होकर गिर गए थे। उनकी तबीयत खराब थी, वो शाम को टहलकर वापस लौटे थे, जिसके बाद उन्होंने अच्छा महसूस नहीं होने की शिकायत की थी। इसके बाद वो बेहोश होकर गिर गए थे।
जेल अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने तुरंत मेडिकल टीम और एंबुलेंस को बुलाया था। हालांकि डॉक्टरों ने वहां पहुंचते ही नवलनी को मृत घोषित कर दिया। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया- पिछले हफ्ते उनकी तबीयत ठीक लग रही थी। 15 फरवरी को नवलनी की ऑनलाइन सुनवाई हुई थी, इसका एक वीडियो टेलीग्राम पर शेयर किया जा रहा है। इसमें नवलनी मजाक करते हुए दिखाई दिए थे।
उन्होंने खुद पर लगे जुर्माने पर मजाकिया लहजे में जज से कहा था- आपके फैसलों की वजह से मेरे पैसे खत्म होते जा रहे हैं। अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा मुझे भी दे दीजिए।