पूरे मध्यप्रदेश में शुक्रवार को होली का त्योहार उत्साह के साथ मनाया गया। उज्जैन में शुक्रवार तड़के सबसे पहले महाकाल ने होली खेली। पुजारियों ने उन्हें गुलाल लगाया। उज्जैन में साधु-संतों रंग-गुलाल उड़ाया।
भोपाल में टैंकरों से रंगा बरसा तो सीएम हाउस में ब्रज की होली खेली गई। यहां आए लोगों ने सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ फूलों से होली खेली। सीएम ने 'आज भोपाल में होली रे रसिया' गाया। राधा-कृष्ण पर फूल बरसाए। इंदौर में नमाज के बाद मुस्लिमों ने भी होली खेली।
बड़वानी में गाड़ा खिंचाई, हिन्दू-मुस्लिम मित्रता की परंपरा बड़वानी, अंजड़ और ठीकरी में धुलेंडी पर गाड़ा खिंचाई का पारंपरिक आयोजन किया गया। बड़वानी के नवलपुरा में 15 गाड़ियों को एक साथ जोड़कर खिंचाई की गई। बड़वे राकेश यादव को हल्दी लगाने के बाद खांडेराव महाराज के जयघोष के साथ हनुमान मंदिर लाया गया।
महिलाओं ने हल्दी के छापे लगाकर गाड़ियों का पूजन किया। बड़वे के स्पर्श करते ही कई टन वजनी गाड़े खुद चलने लगे। गाड़ों को 500 मीटर तक खींचा गया।
अंजड़ में बड़वे संतोष धनगर ने 7 गाड़ों की खिंचाई की। ढोल-बाजों के साथ मठ से बड़वे को लाया गया। हनुमान मोहल्ला स्थित मंदिर में पूजा के बाद बस स्टैंड पर गाड़ों की खिंचाई की गई। ठीकरी में यह परंपरा हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। पुजारी एडू यादव के अनुसार इस बार 31 गाड़े खींचे गए। खांडेराव महाराज और उनके मित्र पीर मोइनुद्दीन चिश्ती सदियों पहले ठीकरी आए थे। तब से यह परंपरा चली आ रही है।