मालदीव में राष्ट्रपति मुइज्जू ने विपक्ष पर उनके ‘वित्तीय तख्तापलट’ की कोशिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश के पीछे जो भी लोग हैं, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, रविवार को बैंक ऑफ मालदीव (BML) ने डेबिट और क्रेडिट कार्ड के लिए विदेशी मुद्रा में लेनदेन बंद कर दिया था। बैंक ने गोल्ड क्रेडिट कार्ड की सीमा को भी घटाकर 100 अमेरिकी डॉलर कर दिया।
इस फैसले से देश में महंगाई और आर्थिक स्थिरता का खतरा पैदा हो गया। मुइज्जू सरकार को जब फैसले का पता चला तो उन्हें इसे तुरंत वापस ले लिया। अब मुइज्जू इसे ही तख्तापलट की कोशिश बता रहे हैं।
पुलिस ने बैंक के फैसले की जांच शुरू की
सोमवार रात पार्टी की मीटिंग में मुइज्जू ने कहा कि बैंक ने यह फैसला उन्हें बताए बिना लिया। मुइज्जू ने कहा सामान्य ज्ञान रखने वाला कोई भी व्यक्ति यह जानता होगा कि ऐसा क्यों किया गया। जैसे ही उन्हें इस फैसले का पता चला उन्होंने इसका हल ढूंढना शुरू कर दिया।
मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा कि वे सरकार के तख्तालट को रोकने के लिए संविधान से मिली हर शक्ति का इस्तेमाल करेंगे। मुइज्जू ने कहा कि पुलिस इसकी जांच शुरू कर चुकी है। सरकार जांच पर कोई प्रभाव नहीं डालेगी। जांच के बाद फैसला सुनाया जाएगा। दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
सरकार के पास बैंक में नहीं है बहुमत
BML एक सरकारी बैंक है और इसमें सरकारी हिस्सेदारी 62% है। मुइज्जू ने कहा कि लोग सवाल पूछ रहे हैं कि एक सरकारी बैंक ने आखिर ऐसा फैसला कैसे ले लिया, उन्हें नहीं पता कि BML के डायरेक्टर बोर्ड में सरकार का बहुमत नहीं है। 9 में 4 डायरेक्टर्स सरकारी हैं। बाकी 5 डायरेक्टर्स को सरकार ने नियुक्त नहीं किया है।
इस बीच मालीदव के अखबार अधाधू ने दावा किया है कि BML बोर्ड के 9 में से 6 डायरेक्टर को सरकार ही लेकर आई है। मई में ही उन्हें नियुक्त किया गया था। अखबार ने सूत्रों के हवाले से ये भी बताया है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खत्म हो गया है।
जुलाई 2024 तक, मालदीव का विदेशी मुद्रा भंडार $388.41 मिलियन था। मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (MMA) ने आशंका जाहिर की थी कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो देश में डॉलर के भंडार अगस्त से पहले खत्म हो सकता है।
विपक्षी पार्टी बोली- जल्द होगा तख्तापलट
मालदीव के अखबार द एडीशन के मुताबिक मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के अध्यक्ष फैयाज इस्माइल ने मुइज्जू के दावों को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने कहा कि समस्या पार्टी के भीतर है। मुइज्जू की सरकार का तख्तापलट बाहर से नहीं पार्टी के भीतर से ही होगा। हम आने वाले दिनों में ऐसा होते हुए देखेंगे।
इस्माइल ने कहा कि केंद्रीय बैंक को नियंत्रित करने वाले राष्ट्रपति ही उस पर आरोप लगा रहे हैं। यह बैंक की साख पर बड़ा सवाल है। इससे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों के बीच बैंक के प्रति विश्वास में कमी आएगी।
इस्माइल ने कहा कि हमें इसका अहसास है कि देश की जनता भुखमरी की स्थिति में पहुंच गई है। सरकार के पास अभी भी गलतियां सुधारने का मौका है, लेकिन राष्ट्रपति मुइज्जू की जिद और उनका तानाशाही रवैए की वजह से मामला हाथ से निकलता जा रहा है। मुइज्जू अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं।