वक्त आने पर आयकर विभाग के साथ निजी चार्टर्ड अकाउंटेंट संस्थाओं की मदद से सर्च करा या जांच करा सके।👁️
सभी राजनीतिक पार्टियों के जितने भी राजनेता है जो चुनाव लड़ते वक्त अपने संपत्ति का ब्योरे का एफिडेविट देते हैं उसकी निगरानी 👀और जांच आयकर विभाग द्वारा होना चाहिए। लगे तो इसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट की टीम की मदद ली जा सकती है।
इसी प्रकार जितने शासकीय कर्मचारी अधिकारी उच्च अधिकारी होते हैं उनकी भी आय संपत्ति का प्रतिवर्ष ब्यूरो चेक होना चाहिए उसकी जांच होना चाहिए।
साधारण या मध्यम वर्ग से आए कई नेता अधिकारी की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी से भी अधिक तेजी से बढ़ जाती है यह सब जानते हैं पर बोलना कोई नहीं। अनेक ऐसे लोगों के खर्चे आप सोच नहीं सकते कि कितने रईसी अंदाज से भी जीते हैं।
*हर सरकार में एक मंत्रालय करप्शन कंट्रोल का भी होना चाहिए। ऐसा बिल अध्यादेश सदन में पारित होकर लागू हो जाए तो भारत की समस्त जनता मैं जो कई अघोषित आय रखते हैं वह भी सुधर जाएंगे। जय भारत*
पाकिस्तान को हमेशा गद्दारी करने पर भी भारत ने बड़ा हृदय रखकर क्षमादान परंतु पाकिस्तान हमेशा विश्वास घाट पर आतंकवादी षड्यंत्र किए पाकिस्तान ने हमारी सहनशक्ति के अंतिम पड़ाव पर…
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भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़ा एक रोचक प्रसंग याद आता है जब एक बार विदेशी पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल भारत भ्रमण पर आया। यह प्रतिनिधि…
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मप्र के छतरपुर जिले के गढ़ा ग्राम स्थित बागेश्वर धाम के स्वयंभू पीठाधीश पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने इलाके में ‘पहला हिंदू ग्राम’ बसाने का ऐलान कर नई बहस को…