मैनपुरी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की प्रदेश द्वारा जारी रैंकिंग में बड़ा झटका लगा है। इस बार प्रदेश भर में जिले को 37वां स्थान मिला है। रैंकिंग जारी होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने इसमें सुधार के लिए उपायुक्त एनआरएलएम को आदेश जारी किया है।
जिले में छह हजार से अधिक स्वयं सहायता समूह संचालित हैं। एनआरएलएम द्वारा संचालित इन समूहों द्वारा किए जाने वाले कार्य और अन्य बिंदुओं के आधार पर शासन समय-समय पर प्रदेश भर में जिलों की रैंकिंग जारी करता है। सितंबर में जारी की गई रैंकिंग में मैनपुरी को 37वां स्थान मिला है। वहीं बीते तीन माह पहले जारी रैंकिंग की अगर बात करें तो इसमें मैनपुरी टॉप टेन में शामिल था। ऐसे में इस बार की रैंकिंग काफी खराब है। रैंकिंग जारी होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने उपायुक्त एनआरएलएम रंजीत सिंह को पत्र जारी कर तत्काल सुधार के आदेश दिए हैं।
योजनाओं में सहभागिता है रैंकिंग का आधार
एनआरएलएम की रैंकिंग में समूहों की संख्या, सक्रिय समूह के साथ-साथ। योजनाओं में सहभागिता को भी आधार बनाया जाता है। इन योजना में बिजली बिलिंग, राशन वितरण, सामुदायिक शौचालय की देखरेख, पुष्टाहार तैयार करना, प्रेरणा टूलकिट वितरण आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इन्हीं में भागीदारी के आधार पर ये रैंकिंग जारी होती है।
इस बार एनआरएलएम की प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में मैनपुरी को 37वां स्थान मिला है, जो पिछली बार की अपेक्षा काफी कम है। सुधार के लिए उपायुक्त एनआरएलएम को आदेशित किया गया है। - ईशा प्रिया, मुख्य विकास अधिकारी।