भारत से कुछ सीखो...सऊदी प्रिंस तुर्की अल फैसल ने हमास-इजरायल पर निकाली भड़ास, फिलिस्तीन को दी सलाह
Updated on
23-10-2023 02:22 PM
रियाद: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में ही अब भारत की भूमिका पर भी बातें होने लगी हैं। इन सबके बीच ही सऊदी अरब के प्रिंस तुर्की अल-फैसल ने मध्य पूर्व में मौजूदा हिंसा पर एक अहम भाषण हाल ही में दिया है। इस भाषण के दौरान उन्होंने 'असैन्य विद्रोह और अवज्ञा' (civil disobedience) का जिक्र किया है। उन्होंने अपने भाषण में भारत का जिक्र भी किया है। प्रिंस तुर्की अल फैसल कहा कि भारत में किस तरह से ब्रिटिश साम्राज्य को भी हिलाकर रख दिया और उसे खत्म कर दिया था। इस भाषण में उन्होंने नागरिकों पर हमला करने के लिए हमास और इजरायल दोनों की निंदा की।
क्यों हुआ भारत में ब्रिटिश राज का पतन प्रिंस तुर्की अल-फैसल किसी समय में सऊदी इंटेलीजेंस के मुखिया भी रहे हैं। उन्होंने कहा, 'सैन्य कब्जे वाले सभी लोगों को कब्जे का विरोध करने का अधिकार है, यहां तक कि बहुत ही आक्रामक तौर पर। मैं फिलिस्तीन में सैन्य विकल्प का समर्थन नहीं करता। मैं असैन्य विद्रोह और अवज्ञा को प्राथमिकता देता हूं। यही वह वजह थी जिससे भारत में ब्रिटिश साम्राज्य और पूर्वी यूरोप में सोवियत संघ का पतन हो गया था। मैं हमास और इजरायल सरकार की कार्रवाइयों की निंदा करता हूं। इस संघर्ष में कोई नायक नहीं हैं, सिर्फ पीड़ित हैं। तुर्की अल फैसल इस समय सऊदी के सीनियर ऑफिसर हैं।
हमास के हमले से मिला बहाना उन्होंने ये बातें अमेरिका में बेकर इंस्टीट्यूट में अपने संबोधन के दौरान कहीं हैं जो पिछले हफ्ते उन्होंने दिया था। फैसल ने कहा, 'मैं हमास द्वारा नागरिकों को निशाना बनाए जाने की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं। इस तरह का निशाना हमास के इस्लामी पहचान के दावों को झुठलाता है।' उन्होंने कहा कि इस्लाम युद्ध की स्थिति में भी निर्दोष नागरिकों, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाने पर रोक लगाता है।' सऊदी राजकुमार ने कहा, हमास के हमले ने इजरायल की सरकार को उच्च नैतिक आधार दिया है। हालांकि इसे एकमत से खारिज कर दिया गया है।उनका कहना था कि हमास के हमले ने इजरायली सरकार को गाजा से नागरिकों को खत्म करने और उन पर बमबारी करने का बहाना भी दिया है।
हमले से शांति प्रक्रिया पटरी से उतरी फैसल का कहना था कि हमास की वजह से इजरायल-फिलिस्तीन विवाद के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में आगे बढ़ने के सऊदी अरब के प्रयास को नुकसान पहुंचा है। सऊदी नेता का कहना था कि हमास का हमला बेवजह था और उन्होंने पश्चिमी देशों की भी निंदा की। उन्होंने पूछा, 'इजरायल ने तीन-चौथाई सदी में फिलिस्तीनी लोगों के साथ जो किया है, उसे ज्यादा उकसावे की क्या जरूरत है।' उन्होंने कहा कि इजरायली सेना फिलिस्तीनियों को निशाना बनाकर मार रही है, नागरिकों को जेल में डाल रही है और फिलिस्तीनी की जमीन पर कब्जा कर रही है।
क्या हैं भाषण के मायने प्रिंस तुर्की ने फिलिस्तीनियों द्वारा इजरायलियों को मारे जाने पर आंसू बहाने के लिए पश्चिमी राजनेताओं की भी निंदा की। फैसल के स्पष्ट भाषण को स्थिति पर सऊदी नेतृत्व की सोच का अब तक का सबसे स्पष्ट संकेतक माना जा रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक, सऊदी अरब के शासक हमास को अच्छी नजर से नहीं देखते हैं। वास्तव में, क्षेत्र की कई सरकारें इस भावना से सहमत हैं।
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…
मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बड़ा फैसला लिया है। बाइडन ने यूक्रेन को रूस के अंदर शक्तिशाली लंबी दूरी के अमेरिकी हथियारों के इस्तेमाल करने…
नई दिल्ली/मास्को/ बीजिंग: चीन से जैसे महाशक्तिशाली दुश्मन से घिरे भारत ने भी आखिरकार हाइपरसोनिक मिसाइलों की दुनिया में बहुत बड़ी सफलता हासिल कर ली है। भारत ने करीब 1500 किमी…
यरुशलम: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के सीजेरिया स्थित आवास पर हमला हुआ है। इजरायल की आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट और पुलिस ने शनिवार शाम को बताया कि सीजेरिया में नेतन्याहू…
तेहरान: ईरान ने गुप्त रूप से अपने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के उत्तराधिकारी को चुन लिया गया है। बीमार चल रहे 85 वर्षीय अली खामेनेई के दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई…
ढाका: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में सत्ता संभालने के बाद मोहम्मद यूनुस ने वादा किया था कि वह देश में अल्पसंख्यकों और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हो…