'भारत के हमले का मकसद संदेश देना था'
वॉशिंगटन पोस्ट ने एक सैन्य विश्लेषक का नाम लिए बना बताया कि 'नूर खान एयर बेस पाकिस्तान में सबसे महत्वपूर्ण है और इस तरह के हमले को देश के न्यूक्लियर कमांड सेंटर को नष्ट करने के प्रयास के रूप में समझा जा सकता है।" वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि "इसके अलावा पाकिस्तान एयरफोर्स के भोलारी और शाहबाज एयरबेस को गंभीर नुकसान पहुंचा है। भोलारी में एक हैंगर की छत में लगभग 60 फीट चौड़ा एक बड़ा छेद दिखाई दे रहा है, जिसके बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि यह मिसाइल की क्षमता के मुताबिक है। वहीं बाहर मलबा बिखरा हुआ था और एक दीवार बगल की इमारत पर गिर गई थी। सैन्य शोधकर्ता के मुताबिक भोलारी हैंगर में आमतौर पर साब 2000 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान होता है, जिसकी कीमत करोड़ों डॉलर है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के समय विमान हैंगर में था या नहीं।"
वॉशिंगटन पोस्ट ने एक सैन्य विश्लेषक का नाम लिए बना बताया कि 'नूर खान एयर बेस पाकिस्तान में सबसे महत्वपूर्ण है और इस तरह के हमले को देश के न्यूक्लियर कमांड सेंटर को नष्ट करने के प्रयास के रूप में समझा जा सकता है।" वॉशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि "इसके अलावा पाकिस्तान एयरफोर्स के भोलारी और शाहबाज एयरबेस को गंभीर नुकसान पहुंचा है। भोलारी में एक हैंगर की छत में लगभग 60 फीट चौड़ा एक बड़ा छेद दिखाई दे रहा है, जिसके बारे में विशेषज्ञों ने कहा कि यह मिसाइल की क्षमता के मुताबिक है। वहीं बाहर मलबा बिखरा हुआ था और एक दीवार बगल की इमारत पर गिर गई थी। सैन्य शोधकर्ता के मुताबिक भोलारी हैंगर में आमतौर पर साब 2000 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान होता है, जिसकी कीमत करोड़ों डॉलर है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के समय विमान हैंगर में था या नहीं।"