रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) फ्रेंचाइजी ने रविवार को इतिहास रचते हुए पहला लीग खिताब जीत लिया। 2008 में लीग क्रिकेट खेलना शुरू करने वाली RCB को 16 साल बाद विमेंस टीम ने कामयाबी दिलाई। विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के फाइनल में टीम ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को हराकर खिताब जीता।
RCB की जीत पर मेंस टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने विमेंस टीम की कप्तान स्मृति मंधाना को बधाई दी। उन्होंने फाइनल खत्म होने पर वीडियो कॉल किया और मंधाना समेत पूरी टीम को बधाई दी। मंधाना ने भी मैच के बाद कहा, 'इस बार ई साला कप नामदे नहीं, ई साला कप नामदू।'
'ई साला कप नामदे' कन्नड़ भाषा का वाक्य है, जिसका मतलब होता है 'इस साल कप हमारा' है। वहीं 'ई साला कप नामदू' का मतलब 'इस साल कप हमारा हुआ' है।
मंधाना बोलीं- कोहली को खुश देखकर अच्छा लगा
मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंधाना ने कहा, 'वीडियो कॉल के वक्त मैं विराट की बातें ठीक से सुन नहीं सकी। स्टेडियम में बहुत शोर था लेकिन उनके चेहरे पर खुशी थी। यह देखकर मुझे अच्छा लगा। पिछला सीजन खराब जाने के बाद उन्होंने पूरी टीम से बात कर हमें कॉन्फिडेंस दिया था। बेंगलुरु पहुंचने पर जरूर उनसे बात करूंगी।'
'ई साला कप नामदे' नहीं, 'ई साला कप नामदू'
WPL चैंपियन की ट्रॉफी लेते वक्त स्मृति मंधाना ने अपने फैंस को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैंने RCB जितने लॉयल फैंस कहीं नहीं देखे। सभी हर साल कहते थे, 'ई साला कप नामदे, ई साला कप नामदे,' तो इस बार 'ई साला कप नामदू।' हमने फाइनली कप जीत ही लिया।"
RCB के कप जीतते ही बेंगलुरु शहर में जीत का जश्न शुरू हो गया। रात भर फैंस ने 'RCB-RCB' के नारे लगाए। जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए।
रविवार को ही भारत पहुंचे थे कोहली
टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली रविवार को ही भारत पहुंचे। वे अपने दूसरे बच्चे अकाय के जन्म के लिए पत्नी अनुष्का और बेटी वामिका के साथ लंदन गए थे। अकाय का जन्म 15 फरवरी को हुआ। इसके लिए विराट ने इंटरनेशनल क्रिकेट से भी ब्रेक लिया और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज नहीं खेली।
विराट के जल्द ही RCB के ट्रेनिंग कैम्प में जुड़ने की उम्मीद है। कोहली 2008 से ही RCB का हिस्सा हैं। खिलाड़ी के रूप में उन्होंने 2009 और 2011 में RCB के लिए IPL फाइनल खेला लेकिन टीम को जीत नहीं मिली। वहीं 2016 में उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को फाइनल तक पहुंचाया लेकिन टीम हैदराबाद के खिलाफ 8 रन से हार गई।
फ्रेंचाइजी इतिहास में 4 बार रनर-अप रही RCB
RCB ने फ्रेंचाइजी इतिहास में 3 अलग-अलग टूर्नामेंट खेले हैं, IPL, CLT20 और WPL। मेंस टीम ने IPL के 3 और CLT20 का एक फाइनल खेला लेकिन एक बार भी टीम चैंपियन नहीं बन सकी। चैंपियंस लीग में टीम ने 2011 में फाइनल खेला था लेकिन तब उन्हें मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ गया।
अब विमेंस प्रीमियर लीग में टीम ने दूसरे ही सीजन में कामयाबी हासिल कर ली। पहले सीजन में टीम चौथे नंबर पर रहकर प्लेऑफ के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर सकी थी।
स्पिनर्स और पेरी ने RCB को जिताया
रविवार को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में DC ने पहले बैटिंग की। टीम ने 6 ओवर में बगैर नुकसान के 61 रन बना लिए थे, यहां शेफाली वर्मा 44 रन बनाकर आउट हो गईं। उनके बाद टीम ने 52 रन बनाने में आखिरी 9 विकेट गंवाए और 113 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। स्पिनर्स ने 9 विकेट लिए।
114 रन का टारगेट RCB ने 19.3 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर आसानी से हासिल कर लिया। कप्तान स्मृति मंधाना ने 31, सोफी डिवाइन ने 32 और एलिस पेरी ने 35 रन बनाए। विकेटकीपर ऋचा घोष ने 17 रन की पारी के साथ विनिंग शॉट खेला और टीम को जीत दिला दी।
RCB की ही एलिस पेरी ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाकर ऑरेंज कैप जीती। वहीं 21 साल की श्रेयांका पाटिल ने इमर्जिंग प्लेयर ऑफ द सीजन का अवॉर्ड जीता। उन्होंने ही सबसे ज्यादा 13 विकेट लेकर पर्पल कैप भी जीती।
कैपिटल्स फ्रेंचाइजी को फिर मिली निराशा
दूसरी ओर WPL का लगातार दूसरा फाइनल हारने वाली दिल्ली कैपिटल्स के हाथ इस बार भी फ्रेंचाइजी खिताब नहीं लगा। कैपिटल्स फ्रेंचाइजी की टीमें WPL के साथ SA20, ILT20 और IPL का भी हिस्सा हैं। लेकिन किसी भी टूर्नामेंट में टीम ने खिताब नहीं जीता है। हालांकि लीजेंड्स लीग में जरूर इंडिया कैपिटल्स टीम के नाम ट्रॉफी है लेकिन इसमें रिटायरमेंट ले चुके खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं।