प्रोफेसर अहमद ने कहा कि बांग्लादेश में जमातए-ए-इस्लामी की भूमिका की बात हो रही है। जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान में भी है लेकिन उसके पास इतनी ताकत नहीं है कि पूरे पाकिस्तान में उसके लोग कोई क्रान्ति कर डालें। वहीं पाकिस्तानी आर्मी के लिए पंजाब में कोई कार्रवाई भी आसान नहीं होगी गोली। पाक सेना के लिए पंजाब और बलूचिस्तान दो अलग जगह हैं। ऐसे में फिलहाल तो पाकिस्तान में कोई सैन्य शासन आता नहीं दिख रहा है। अहमद ने कहा कि असंभव तो कुछ नहीं होता है लेकिन ये सब फिलहाल बहुत मुश्किल लगता है।