इजराइल की तरह ही अमेरिका को भी यह साफ नहीं है कि ईरान की ओर से किया जाने वाला हमला कैसा हो सकता है। माना जा रहा है कि ईरान ने अभी तक अपनी कार्रवाई को लेकर कोई आखिरी फैसला नहीं लिया है। ईरान का हिजबुल्लाह और हमास से भी ठीक से समन्वय ना हो पाने की बात कही जा रही है।