इजराइल और हमास के बीच करीब दस महीने से चल रहा युद्ध खत्म होने के बजाय पश्चिमी एशिया के बाकी हिस्सों तक फैलता नजर आ रहा है।
दरअसल, शनिवार को इजराइल के कब्जे वाले गोलन हाइट्स पर ईरान समर्थित मिलिशिया हिजबुल्ला के कथित तौर पर हमला किया था। इसके बाद इजराइली सेना ने दक्षिण और पूर्वी लेबनान के गांवों और कस्बों पर जवाबी कार्रवाई में बमबारी की है। इसके बाद ईरान ने खुले तौर पर इजराइल को चेतावनी दी है कि अगर वह लेबनान में हिजबुल्ला के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करता है तो वह विनाशकारी युद्ध करेगा। इस बीच इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने आगे की कार्रवाई के लिए सुरक्षा कैबिनेट की तेल अवीव में बैठक बुलाई है।
शनिवार को हुए हमलों के बाद इजराइल ने लेबनान पर ड्रोन हमला शुरू कर दिया है। रविवार देर रात दक्षिणी लेबनान पर किए गए एक ड्रोन हमले में 2 लोग मारे गए जबकि 3 घायल हो गए हैं। इजराइली हमले को देखते हुए लेबनान में हवाई सेवाएं रोक दी गई हैं।
लेबनान की मिडिल ईस्ट एयरलाइंस ने कहा कि सौ से अधिक फ्लाइट्स या तो कैंसिल कर दी गई हैं या फिर उनमें देरी कर दी गई हैं। लुफ्थांसा एयरलाइंस ने कहा कि उसने 30 जुलाई तक के लिए 5 रूटों पर फ्लाइट रद्द कर दिया है।
बेरूत रफिक हरीरी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लेबनान का एकमात्र एयरपोर्ट है। इजराइल से हुई जंग में और फिर सिविल वॉर के दौरान इस एयरपोर्ट को निशाना बनाया जा चुका है।
नॉर्वे बोला- संघर्ष बढ़ेगा, नागरिक जल्द से जल्द लेबनान छोड़
देंबेरूत में नॉर्वेजियन दूतावास ने चेतावनी दी है कि लेबनान- इजराइल में संघर्ष बढ़ गया है। दूतावास ने नागरिकों से कहा है कि वह देश छोड़ दें। यदि स्थिति बिगड़ती है, तो लेबनान के बाहर यात्रा के विकल्प सीमित हो सकते हैं।
इजराइल पर हिजबुल्लाह की 10 महीने में सबसे बड़ी एयरस्ट्राइक
ईरान समर्थक आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने शनिवार को इजराइल पर पिछले करीब 10 महीने का सबसे बड़ा हमला किया है। आतंकी संगठन ने लेबनान से गोलन हाइट्स के फुटबॉल ग्राउंड पर रॉकेट दागे। इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है, जबकि करीब 30 घायल हैं। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं, जिनकी उम्र 10-20 साल के बीच है।
हमले की सूचना मिलते ही अमेरिकी दौरे पर गए इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तुरंत देश लौट आए हैं। हिजबुल्लाह ने शुरुआत में इस हमले की जिम्मेदारी ली। हालांकि, कुछ देर बाद ही वो अपने बयान से पलट गया। इजराइल की सेना IDF ने कहा है कि हमला फलक-1 रॉकेट्स से किया गया, जिसका इस्तेमाल सिर्फ हिजबुल्लाह करता है।
वहीं इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि इसमें अब कोई शक नहीं है कि हिजबुल्लाह ने सारी हदें पार कर दी हैं। हम इसका जवाब जरूर देंगे। हम आतंकी संगठन के साथ जंग शुरू होने के बेहद करीब हैं।
हमास के बाद क्या हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ेगा इजराइल?
हिजबुल्लाह के इस हमले के बाद दोनों के बीच टकराव बढ़ने का खतरा ज्यादा हो गया है। दरअसल, पिछले कुछ समय से इजराइल और हिजबुल्लाह लगातार एक-दूसरे पर हमले करते आए हैं। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा था कि वे लेबनान को पाषाण युग में भेज सकते हैं।
वहीं हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्ला ने इजराइली एयरपोर्ट और साइप्रस पर हमले की धमकी दी है। हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ शेख नईम कासिम ने कहा था कि लेबनान-इजराइल बॉर्डर पर दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ती जा रही है। अगर इजराइली सेना लेबनान तक पहुंची तो हम उसकी सीमा के अंदर तबाही मचा देंगे।
इससे पहले इजराइली सेना ने शनिवार की शाम गाजा में एक स्कूल पर एयरस्ट्राइक की। इसमें कम से कम 30 फिलिस्तीनी मारे गए और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। मारे गए लोगों में ज्यादातर बच्चे हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी।
5 इजराइली नागरिकों के शव बरामद
इससे पहले 25 जुलाई को इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने गाजा से 5 इजराइली नागरिकों के शव बरामद किए हैं। इनको हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को हमले के दौरान बंधक बना लिया था। इजराइली सेना का कहना है कि बंधकों के शवों को खान यूनिस शहर में एक ऑपरेशन के दौरान बरामद किया गया।
IDF प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि खान यूनिस में सीक्रेट इनपुट मिलने पर सेना ने ऑपरेशन चलाया था। इसी में 5 इजराइली बंधकों के शव मिले। सभी शवों को इजराइल भेज दिया गया है। जिन इजराइली बंधकों के शव मिले हैं, उनकी पहचान टीचर माया गोरेन, इजराइली सेना के मेजर रविद काट्ज और 3 पुलिस अफसर ओरेन गोल्डिन, सार्जेंट टोमर अहिमास और किरिल ब्रोडस्की के तौर पर की गई है।
23 दिन पहले हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 200 रॉकेट दागे थे
7 जुलाई को हिजबुल्लाह ने इजराइल पर बड़ा हमला किया है। AP की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी संगठन ने यहूदी देश पर 200 से ज्यादा रॉकेट दागे। इसके अलावा करीब 20 ड्रोन्स से भी हमला किया गया। हमले में इजराइल के कई मिलिट्री बेस को निशाना बनाया गया। इजराइली सेना ने कहा कि कुछ मिसाइलें लेबनान से उनके इलाके में गिरीं। इनमें से कई को रोक दिया गया।
हिजबुल्लाह ने ये हमला अपने एक टॉप कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए किया था। दरअसल, इजराइल ने दक्षिण लेबनान के टायरे शहर पर हमला किया था। इसमें हिजबुल्लाह का टॉप कमांडर मुहम्मद निमाह नासिर (हज्ज अबू निमाह) मारा गया था। हिजबुल्लाह ने भी कमांडर की मौत की पुष्टि की थी।
कौन है हिजबुल्लाह संगठन?
हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।
1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीमे-धीमे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।
ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है। लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।